गाजियाबाद। मुरादनगर स्थित आईटीएस डेंटल कालेज के पेरियोडोन्टोलॉजी विभाग द्वारा दो दिवसीय फेशियल एस्थेटिक्स कोर्स के तीसरे मॉड्यूल का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में 41 प्रतिभागियों ने भाग लिया जिनमें निजी दंत चिकित्सक, कॉलेज के पूर्व छात्र, संस्थान के दंत चिकित्सक, एमडीएस के विद्यार्थी और विभिन्न कॉलेजों के अध्यापक शामिल थे। यह कोर्स सेंटर फॉर फेशियल एस्थेटिक्स ट्रेनिंग (सीएफएटी) और प्सकोव स्टेट विश्वविद्यालय, रूस के सहयोग से आयोजित किया गया था।
आईटीएस-द एजुकेशन ग्रुप के वाईस चेयरमैन अर्पित चड्ढा के सहयोग से आयोजित किया गया जिसका उद्देश्य मरीजों के बीच दंत सौन्दर्य चिकित्सा के बारे में जागरूकता बढ़ाना तथा मरीजों में चेहरे और दंत सौन्दर्य में वृद्धि-दंत चिकित्सा की मांग करने वाले रोगियों की प्राथमिक वैकल्पिक लक्ष्यों को प्राप्त करना एवं रोगी को समग्र उपचार प्रदान करना है।
इस पाठ्यक्रम के गेस्ट स्पीकर डॉ. शौर्य शर्मा थे जो एक दंत चिकित्सक के साथ-साथ अन्तराष्ट्रीय वक्ता भी हैं, उन्होंने फेशियल एस्थेटिक्स तथा ओरल इंम्पलांन्टोलॉजी पर इस तरह की अनेकों कार्यशालाएं की हैं, वह एक ट्रेनर के साथ-साथ सेंटर फॉर फेशियल एस्थेटिक्स ट्रेनिंग (सीएफएटी) के अध्यक्ष भी हैं। कार्यक्रम के दौरान डा. शौर्य ने कॉस्मेटिक डेन्टिस्ट्री के अन्तर्गत चेहरे की सुदंरता को ज्यादा बढ़ाने के लिए विभिन्न विकल्पों के बारे में सभी प्रतिभागियों को समझाया। इस कार्यक्रम में डा. विपुल शांडिल्य, एमबीबीएस, पीएचडी, डा. अरूण श्रीनिवासन, एमडीएस एवं डॉ. मेलविन जॉनसन, एमडीएस ने भी डा. शौर्य के सहयोगी के रूप में अपनी-अपनी भूमिका निभायी। इस पाठ्यक्रम का उद्देश्य प्रतिभागियों को डर्मल फिलर्स, थ्रेड लिफ्ट और अन्य फैशियल ऐस्थेटिक्स उपचारों को सफलतापूर्वक एकीकृत करने के लिये तैयार करना है। इसके साथ ही डॉ. शौर्य ने रोगियों पर लाईव प्रदर्शन द्वारा हैन्ड्स-आॅन किया गया। डॉ. शौर्य ने एमडीएस के विद्यार्थियों और अन्य दंत चिकित्सकों के लिये इस तरह के ज्ञानवर्धक मंच के आयोजन के लिये संस्थान को धन्यवाद देते हुये कार्यक्रम का समापन किया।
इस कार्यक्रम के माध्यम से सभी प्रतिभागियों को सर्वश्रेष्ठ फेशियल एस्थेटिक्स उपचार के बारे में ज्ञान प्राप्त हुआ।