गाजियाबाद। मुरादनगर स्थित आईटीएस इंस्टीट्यूट आफ हेल्थ एंड एलाईड साइंसेज में फिजियोकॉन- 2022 की दूसरी कार्यशाला का आयोजन किया गया। 23 और 24 मई, 2022 को डा. हरप्रीत सिंह सचदेव, एमपीटी (न्यूरोलॉजी) द्वारा विस्तृत और शिक्षाप्रद कार्यशाला -व्यस्क हैमिपलेजिक्स (लकवा) के उपचार में बोबाथ तकनीक के प्रयोग के विषय पर ली गई थी। डा. हरप्रीत सिंह एक प्रख्यात फिजियोथेरेपिस्ट और एक अच्छे वक्ता हैं। डा. हरप्रीत सिंह सचदेव एम्स, नई दिल्ली के न्यूरोलॉजी विभाग में फिजियोथेरेपिस्ट हैं। कार्यशाला की शुरूआत सुरेन्द्र सूद, (निदेशक-पीआर) आईटीएस द- एजूकेशन ग्रुप और सीएस राम (प्रधानाचार्य आईटीएस इंस्टीट्यूट आफ हैल्थ एण्ड एलाईड साइंसेज) द्वारा डा. हरप्रीत के स्वागत से की गई।
सुरेन्द्र सूद ने चील को अपने बच्चों को उडने के लिए प्रशिक्षण देने के उदाहरण के माध्यम से छात्रों को अपनी कार्यकुशलता और अधिक मजबूत बनाने के लिए प्रोत्साहित किया। डा. सीएस राम ने भौतिक चिकित्सा के छात्रों को अपने ज्ञानवर्धक शब्दों के साथ संबोधित किया और उन्हें अपने क्लीनिक कौशल को बढ़ाने और शैक्षणिक अवसरों का सर्वोत्तम उपयोग करने का मार्गदर्शन किया।
डा. हरप्रीत ने छात्रों को स्ट्रोक और लकवा के बारे में अंतदृष्टि दी और रोगियों की जरूरतों और आवश्यकताओं के अनुसार उपचार को कैसे अनुकूलित किया जाना चाहिए, इस बारे में जानकारी दी। उन्होंने छात्रों को रूढ़िवादी अभ्यास करने के बजाय रोगियों को उनकी कार्यात्मक आवश्यकताओं पर विचार करने के बाद रोगियों का इलाज करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने छात्रों को लकवे के रोगियों की कार्य क्षमता में आने वाली कमी का पूर्ण रूप से विश्लेषण करने की सलाह दी। इन रोगियों के लिए एनडीटी (न्यूरो डेवलपमेंट) तकनीक और इसके अनुप्रयोगों के सिद्धांतों को विस्तार से समझाया। छात्रों ने 2 दिनों की कार्यशाला में सक्रिय रूप से भाग लिया। छात्रों ने लकवे के रोगियों में पाई जाने वाली कठिनाइयों और रोगियों को प्रदान किए जाने वाले उपचार के बारे में जानकारी दी। लकवे के रोगियों के इलाज में उपयोग होने वाली सबसे महत्वपूर्ण एनडीटी तकनीक पर इतनी विस्तृत कार्यशाला का आयोजन होना छात्रों के लिए एक अच्छा अनुभव था।
अर्पित चड्ढा वाईस (चेयरमैन, आईटीएस द- एजूकेशन ग्रुप) ने डा. हरप्रीत सिंह को छात्रों के साथ अपने अनुभव को साझा करने के लिए धन्यवाद दिया एवं डा. सीएसराम ने डा. हरप्रीत सिंह जैसे निपुण वक्ता की सराहना की। छात्रों ने भी अर्पित चड्ढा और डा. सीएस राम को एक अच्छा शिक्षण मंच प्रदान करने के लिए धन्यवाद दिया।