- मई माह के दौरान गर्भवती और धात्री महिलाओं को दी जाएंगी आयरन-फोलिक एसिड की गोलियां
- वीएचएनडी और यूएचएनडी के दौरान सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर होगी सुरक्षित मातृत्व की व्यवस्था
- सीएमओ ने सभी चिकित्सा प्रभारियों के साथ की बैठक
गाजियाबाद। सरकार सुरक्षित मातृत्व के लिए कृत संकल्पित है। हर माह की नौ तारीख को प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व दिवस के साथ ही अब फर्स्ट रेफरल यूनिट (एफआरयू) स्तर पर प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व क्लीनिक का भी आयोजन शुरू किया गया है। इसके साथ शासन के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग ने मई माह के दौरान श्एक कदम सुरक्षित मातृत्व की ओरश् नाम से विशेष अभियान चलाने के लिए कमर कस ली है। अभियान में सभी गर्भवती और धात्री महिलाओं को आयरनए कैल्शियमए फोलिक एसिड और एलबेंडाजॉल की गोली खिलाई जाएगी। खासकर एनीमिक महिलाओं पर विशेष फोकस किया जाएगा।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. भवतोष शंखधर ने बताया . अभियान के लिए माइक्रो प्लान पर मंगलवार को सभी मेडिकल आफिसर इंचार्ज और मेडिकल आफिसरों के साथ बैठक की गई। यह माइक्रो प्लान जिलाधिकारी की अध्यक्षता में आयोजित होने वाले जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में रखा जाएगा। उन्होंने बताया अभियान के दौरान प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान और प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व क्लीनिक के अवसर पर चिन्हित की गईं हाई रिस्क प्रेगनेंसी वाली गर्भवती खासतौर पर? आयरन, फोलिक एसिड, कैल्शियम और एलबेंडाजॉल की खुराक से आच्छादित की जाएंगी। एलबेंडाजॉल की गोली पेट के कीड़े निकालने के लिए दी जाती है। गर्भवती के पेट में कीड़े होने की स्थिति में उसके एनीमिक होने की आशंका बढ़ जाती है, इतना ही नहीं उसके गर्भ में पल रहे शिशु को भी पोषण नहीं मिल पाता है। कार्यक्रम के नोडल अधिकारी एसीएमओ डा. विश्राम सिंह ने बताया कि एक कदम सुरक्षित मातृत्व की ओर कार्यक्रम के तहत एक से 30 मई तक सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर आयोजित होने वाले वीएचएनडी और यूएचएनडी के दौरान गर्भवती और धात्री महिलाओं को आयरन, कैलसियम, फोलिक एसिड और एलबेंडाजॉल की खुराक दी जाएगी। अभियान के लिए माइक्रो प्लान तैयार कर लिया गया है, स्वास्थ्य विभाग का प्रयास रहेगा कि एक भी लाभार्थी इससे वंचित न रहने पाएं। अभियान के बारे में जानकारी घर-घर तक पहुंचाने के लिए आशा, एएनएम और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का भी सहयोग लिया जाएगा।
मुख्यमंत्री जन आरोग्य मेले से होगी शुरूआत
अभियान के लिए आयोजित कार्यशाला में मुख्य चिकित्सा अधीक्षक, समस्त अपर मुख्य चिकित्साधिकारी, जिला प्रतिरक्षण अधिकारी जिला कार्यक्रम प्रबंधकए जिला मातृ स्वास्थ्य परामर्शदाता, समस्त चिकित्सा अधिकारी ग्रामीण तथा शहरी, स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी, ब्लॉक कार्यक्रम प्रबंधक एवं कम्युनिटी प्रोसेस प्रबंधक एवं बाल विकास विभाग आदि उपस्थित रहे। पीपीटी के माध्यम से अभियान के उद्देश्य, कार्यनीति, रिपोर्टिंग व चुनौतियों आदि के बारे में विस्तार से चर्चा की गई। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. भवतोष शंखधर ने सभी को ब्लॉक स्तरीय अभिमुखीकरण ससमय कराने, औषिधिओ की मांग प्रेषित करते हुए जिला स्टोर से प्राप्त कराने, वितरण व एक मई से मुख्यमंत्री जन आरोग्य मेले से अभियान की शुरूआत करने के लिए निर्देशित किया है।