- पशुपालन विभाग के मंत्री धर्मपाल सिंह ने किया स्थलीय निरीक्षण
- गत दिवस आग लगने से 38 गोवंश की हो गई थीं मौत
- शिकायत के बाद भी निगम ने नहीं हटवाई थीं अवैध झुग्गियां
- पशु चिकित्सा विभाग दिखा एक पैर पर खड़ा हुआ
गाजियाबाद। कनावनी में आग लगने से डेयरी में हुई पशुओं की मौत के मामले में जांच के निर्देश दे दिए गए हैं। उधर, प्रदेश के पशुपालन विभाग के मंत्री धर्मपाल सिंह ने मंगलवार को घटना स्थलीय निरीक्षण किया। मंत्री के पहुंचने पर पशु चिकित्सा विभाग अलर्ट दिखाई दिया। हाथों में ग्लोकोज की बोतल लिए खड़े डाक्टर बता रहे थे कि वे घायल पशुओं के इलाज में कोई कोताही नहीं बरत रहे हैं। मंत्री के निरीक्षण के दौरान उप जिलाधिकारी सदर विनय सिंह, अपर नगर आयुक्त अरुण कुमार यादव, संयुक्त निदेशक गौशाला निदेशालय पशुपालन विभाग डा. जयप्रकाश, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा. महेश कुमार आदि मौके पर उपस्थित रहे। मंत्री द्वारा मौके पर जनसामान्य से जानकारी करने पर पता चला कि सूरज पंडित के द्वारा गत 3 वर्षो से डेयरी संचालित की जा रही है। डेयरी में संरक्षित गोवंश से उत्पादित दूध का विक्रय कर डेयरी का संचालन किया जा रहा है। इसके आगे-पीछे लगभग 200 झोपड़ी डालकर कुछ लोग रह रहे थे। 11 अप्रैल को दोपहर 12 बजे डेयरी के पीछे वाली झुग्गियों में अगजनी से आग डेयरी में भी पहुंच गयी थी। इसके कारण डेयरी में संरक्षित 54 गोवंश में से 38 गोवंश की मौके पर मृत्यु हो गयी। 16 गोवंश का उपचार पशुपालन विभाग के द्वारा तत्परता से किया जा रहा है। इनके शीघ्र स्वस्थ होने की सम्भवना है। डेयरी संचालक के द्वारा अवगत कराया गया कि डेयरी के आगे-पीछे डाली गयी अवैध झुग्गियों को हटाने के लिए नगर निगम से शिकायत की गयी थी। जिस पर कोई कार्यवाही नहीं की गयी जिस पर मंत्री द्वारा आश्वस्त किया गया कि नियमानुसार जांच कराकर दोषीयों के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही की जायेगी एवं डेयरी संचालक को नियमानुसार आर्थिक मदद प्रदान की जायेगी।
मेयर आशा शर्मा ने भी किया था दौरा
डेयरी में गोवंशों की मौत होने के बाद पूरे प्रदेश में हड़कंप मच गया था। डीएम-एसएसपी ने मौके पर जाकर स्थिति का जायजा लिया था। राज्यमंत्री नरेन्द्र कश्यप भी स्थलीय निरीक्षण करने जाएंगे।