- स्वास्थ्य विभाग संचारी रोगों से बचाव के प्रति करेगा जागरूक
- यूनिसेफ के सहयोग से ब्लॉक स्तर पर दिया जा रहा प्रशिक्षण
गाजियाबाद। जनपद में दो अप्रैल से विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान चलाया जाएगा। इसके लिए अंतर्विभागीय जिला स्तरीय टास्क फोर्स (डीटीएफ) बैठक के बाद ब्लॉक स्तर पर प्रशिक्षकों का प्रशिक्षण चल रहा है। स्वास्थ्य विभाग इस अभियान को लीड करेगा। अभियान में पंचायती राज विभाग, नगर निकाय, महिला एवं बाल विकास विभाग, पशुपालन विभाग और शिक्षा विभाग समेत 13 विभाग सहयोग करेंगे। ग्राम प्रधानों को इस अभियान के लिए गांव को नोडल नियुक्त नियुक्त किया गया है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डा. भवतोष शंखधर ने बताया इस विशेष अभियान के जरिए आमजन को जागरूक किया जाएगा कि साफ-सफाई रखकर कैसे हम विभिन्न संचारी रोगों से बच सकते हैं।
जिला सर्विलांस अधिकारी डा. राकेश गुप्ता ने बताया अभियान को सफल बनाने के लिए यूनिसेफ के सहयोग से ब्लॉक स्तर पर प्रशिक्षकों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। यूनिसेफ के जिला समन्वयक मोहम्मद शादाब ने बताया मंगलवार को मुरादनगर ब्लॉक में बीएमसी सईदुल इस्लाम ने शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया गया। उन्हें बताया गया कि स्कूल में प्रार्थना के समय बच्चों को साफ-सफाई के बारे में जागरूक करते हुए यह बताएं कि संचारी रोगों से बचाव के लिए क्या करें, क्या न करें। अपने घर के आसपास पानी जमा न होने दें। गर्मी का मौसम शुरू होते ही लोग कूलर आदि इस्तेमाल करने लगे हैं। इस बीच मच्छरों का प्रकोप भी बढ़ गया है। दरअसल यह मौसम मच्छरों के लिए अनुकूल है। ऐसे में कूलर की साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें। हर सप्ताह में कम से कम एक बार कूलर का पानी निकालकर अच्छे से साफ जरूर करें। शिक्षकों को बताया गया है कि बच्चों के व्हाट्सग्रुप में इस तरह की जानकारी शेयर करें ताकि उनके माता-पिता भी जागरूक हो सकें।
रजापुर ब्लॉक में यूनिसेफ के सहयोग से ग्राम प्रधानों को भी प्रशिक्षण दिया गया कि संचारी रोग नियंत्रण अभियान के दौरान गांव में साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दें ताकि वेक्टर जनित रोगों से बचाव हो सके। नालियों में एंटी लार्वा का छिड़काव कराएं। ग्रामीणों को साफ-सफाई के लिए जागरूक करें। जल भराव न होने दें। बच्चों को सुबह-शाम पूरे शरीर को ढकने वाले कपड़े पहनकर ही बाहर निकलने दें। मंगलवार को लोनी ब्लॉक में बीएमसी जफर ने आंगनबाड़ी कार्यकतार्ओं को प्रशिक्षण दिया। विशेष अभियान के दौरान स्वास्थ्य विभाग अन्य विभागों के साथ मिलकर जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन करेगा। नगर निकाय सफाई अभियान चलाएंगे। इसके साथ ही संचारी रोगों से बचाव के लिए मॉस्क के प्रयोग और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के लिए भी जागरूक किया जाएगा।
15 अप्रैल से घर-घर दस्तक अभियान
अभियान के दौरान 15 से 30 अप्रैल तक दस्तक अभियान चलाया जाएगा। दस्तक अभियान के दौरान आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता घर-घर जाएंगी और बुखार, खांसी, आईएलआई (इन्फ्लूएंजा लाइक इलनेस), टीबी, कोविड, डेंगू, मलेरिया और अन्य संचारी रोगों के लक्षणों के बारे में जानकारी देने के साथ लक्षणयुक्त संभावित मरीजों को चिन्हित कर जांच कराएंगी। बीमारी की पुष्टि होने पर नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र से उपचार उपलब्ध कराया जाएगा।