- इंटरनेशनल डे आफ वीमेन एंड गर्ल्स इन साइंस पर किए विचार व्यक्त
- 25 विभिन्न संस्थानों के लगभग 260 प्रतिभागियों ने भाग लिया
गाजियाबाद। इंटरनेशनल डे आफ वीमेन एंड गर्ल्स इन साइंस के अवसर पर केआईईटी स्कूल आफ फार्मेसी ने हेल्थप्रक्स के सहयोग से गत दिवस दूसरी अंतर्राष्ट्रीय ई-संगोष्ठी का आयोजन किया गया। अमेरिका के प्रतिष्ठित संस्थान नेशनल इंस्टीट्यूट आॅफ हेल्थ में कार्यरत डॉ. मल्लिगा अय्यर कार्यकर्म के मुख्य अतिथि थे। उद्घाटन समारोह केआईईटी ग्रुप आॅफ इंस्टीट्यूशंस के निदेशक डॉ. ए गर्ग, डॉ मनोज गोयल (संयुक्त निदेशक), डॉ अनिल अहलावत (डीन एकेडमिक्स), प्रो. (डॉ.) के. नागराजन (संयोजक और प्राचार्य, केआईईटी स्कूल आॅफ फार्मेसी), डॉ. वैशाली एम. पाटिल (आयोजन सचिव), प्रवीण कुमार दीक्षित (संयुक्त आयोजन सचिव) एवं विधु सक्सेना, समन्वयक डॉ. मोनिका कौरव, शिप्रा सिंघल, हिमांशु अग्रवाल की उपस्थिति में संपन्न हुआ।
संगोष्ठी का उद्देश्य विज्ञान के क्षेत्र में महिलाओं की भूमिका एवं उपलब्धियों से लोगों को अवगत कराना था। विभिन्न औद्योगिक और अकादमिक पृष्ठभूमि से सम्बंधित प्रसिद्ध विद्वानों को इस विषय पर व्याख्यान के लिए आमंत्रित किया गया था । इन विद्वानों की सूची में डॉ. मल्लिगा अय्यर(एनआईएएए/नेशनल इंस्टीट्यूट आॅफ हेल्थ, यूएसए), डॉ. सुषमा तलेगांवकर (दिल्ली फार्मास्युटिकल साइंसेज रिसर्च यूनिवर्सिटी, दिल्ली), डॉ. एलोनोरा बुल्घदरियन(मेईकूक जर्मनी), टीना नायक (सह-संस्थापक, यूजरिस्टिक्स, बर्लिन, जर्मनी). वैशाली उनियाल (विज्ञान प्रमुख, पिपिट्स बिजनेस मैनेजमेंट जीएमबीएच, जर्मनी), डॉ. योजना साह जैन (संस्थापक और सीईओ, हेल्थप्रैक्स, भारत) आदि शामिल थे।
डॉ. ए गर्ग ( निदेशक, केआईईटी ग्रुप आॅफ इंस्टीट्यूशंस) ने मुख्य अतिथि और सभी प्रतिनिधियों का स्वागत किया। अपने वक्तव्य में उन्होंने महिलाओं और लड़कियों द्वारा विज्ञान की प्रगति में योगदान तथा उनकी सहभागिता को और अधिक बढ़ाने की आवश्यकता पर बल दिया। साथ ही उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय ई-संगोष्ठी के योजनाबद्ध तरीके से आयोजन और संचालन के लिए प्रिंसिपल के एस ओपी और आयोजन टीम को बधाई भी दी।
डॉ. मनोज गोयल ( संयुक्त निदेशक) ने प्रतिनिधियों का स्वागत किया और कार्यक्रम के सफल समापन के लिए अपना आशीर्वाद और शुभकामनाएं दीं। केआईईटी स्कूल आॅफ फार्मेसी के प्रधानाचार्य और अंतर्राष्ट्रीय ई-संगोष्ठी के संयोजक डॉ. के नागराजन ने मुख्य अतिथि, निदेशक, संयुक्त निदेशक, डीन अकादमिक और सभी प्रतिनिधियों का अभिनन्दन किया। उन्होंने कार्यक्रम की आगामी गतिविधियों पर प्रकाश डाला। इस कार्यक्रम के उद्घाटन समारोह में 25 विभिन्न संस्थानों के लगभग 260 प्रतिभागियों ने भाग लिया। जिनमें से 10 ने एक्सटेम्पोर प्रतियोगिता में, 44 ने प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में और 10 ने वीडियोलॉजी प्रतियोगिता में भाग लिया।
प्रोफेसर (डॉ.) अनिल के. अहलावत, डीन अकादमिक ने अंतर्राष्ट्रीय ई-संगोष्ठी के लिए शुभकामनाएं दीं। डॉ. मल्लिगा अय्यर, मुख्य अतिथि ने न केवल दिल्ली एनसीआर के लिए बल्कि पूरे उत्तर भारत के लिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने में केआईटी ग्रुप आॅफ इंस्टीट्यूशंस के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने आईआईटी-बॉम्बे से संयुक्त राज्य अमेरिका में रसायन विज्ञान के क्षेत्र में वैज्ञानिक बनने की अपनी यात्रा पर अपनी विशेषज्ञ अंतर्दृष्टि और ज्ञान साझा करने के साथ ही प्रतिभागियों को अतीत से लेकर वर्तमान तक विज्ञान के क्षेत्र में महिलाओं और लड़कियों द्वारा की गई प्रगति के बारे में भी बताया। जहां स्कूल आॅफ फार्मास्युटिकल साइंसेज, डीपीएसआरयू, नई दिल्ली के फार्मास्यूटिक्स विभाग में कार्यरत एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. सुषमा तलेगांवकर ने महिलाओं के सामाजिक स्वास्थ्य की अपनी चिंता और समस्याओं को श्रोताओं के साथ साझा किया वहीँ डॉ. एलोनोरा बुल्घदरियन ने नवीन विज्ञान प्रौद्योगिकियों के विषय में विस्तृत चर्चा की।
अंतर्राष्ट्रीय ई-संगोष्ठी के समापन पर आयोजन सचिव डॉ. वैशाली एम. पाटिल ने सभी सहभागियों का अभिनन्दन एवं धन्यवाद किया और समारोह की सफलता के लिए प्रख्यात मुख्य अतिथि, सभी गणमान्य व्यक्तियों और प्रतिनिधियों का आभार व्यक्त किया। इस कार्यक्रम में प्रो. (डॉ.) एनजी राघवेंद्र राव (अतिरिक्त प्रमुख, केएसओपी), प्रो (डॉ.) आशु मित्तल सहित सभी संकाय सदस्यों और अन्य प्रतिनिधि भी उपस्थित रहे।