गाजियाबाद। विगत वर्षों की भांति इस वर्ष भी आईएमएस प्रबन्धन संस्थान की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के सात दिवसीय विशेष शिविर का आयोजन आरम्भ किया गया। कोविड-19 के नियमों का अनुपालन करते हुए आनलाइन जूम प्लेटफार्म पर संस्थान के निदेशक प्रो. (डा.) अजय कुमार एवं कार्यक्रम अधिकारी ने सभी स्वयंसेवियों के साथ मां सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष वन्दना करते हुए समारोह का शुभारम्भ किया। विशेष शिविर का उदेदश्य तकनीकी सशक्तीकरण, ग्रामीण स्वच्छता, जल संवर्धन, जल संग्रहण, जल के लिए युवा, रक्तदान, बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ, ग्रामीण समाज में कौशल विकास के लिए युवा, महिला सशक्तीकरण व पर्यावरण प्रदूषण हेतु जागरूकता पैदा करना तथा सभी को सामाजिक कुरूतियों के प्रति सावधान करना है। बीसीए द्वितीय वर्ष के अभिशेष एव बीएससीबीटी द्वितीय वर्ष के जानवी ने पर्यावरण एवं प्रकृति में होने वाले असंतुलन को दुष्टिगत होते हुए नहीं उजाड़ो पेड़, बाग, वन….गीत से अभिव्यक्ति व्यक्त की, दहेज जैसी बड़ी समस्या के मद्देनजर दहेज गीत कव्वाली के रूप में प्रस्तुत किया। कार्यक्रम अधिकारी आशुतोष शर्मा ने सात दिवसीय प्रस्तावित कार्यक्रमों की रूपरेखा प्रस्तुत किया। उन्होंने बताया कि इस शिविर के दौरान स्वयंसेवक महरौली गांव एवं आसपास के गांवों/नगरों में जाकर सफाई अभियान चलाएंगे तथा लोगों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक किया जायेगा।
इस मौके पर कार्यक्रम अधिकारी ने छात्रों के प्रति अपनी अपेक्षाओं को साझा करते हुए बताया कि स्वयं सेवक गांव के छोटे-छाटे वच्चों से जाकर मिलेंगे उन्हे अपनी जानकारी साझा करते हुए शिक्षा एवं तकनीकी सशक्तीकरण के बारे में जागरूक करेंगे। सड़कों पर हो रही दुर्घटनाओ से बचने के लिये यातायात के नियमों के बारे में गांव के लोगों को जागरूक किया जायेगा। कार्यक्रम अधिकारी ने छात्रों को राष्ट्रीय सेवा योजना के विभिन्न पहलुओं से अवगत कराया।
संस्थान के निदेशक प्रोफेसर (डा.) अजय कुमार ने कहा कि सभी छात्र-छात्राएं राष्ट्रीय सेवा योजना शिविर से ज्ञान अर्जित कर सामाजिक कार्यों के लिए अपने समुदाय में सभी लोगों को प्रेरित करें। निदेशक ने स्वयंसेवकों का उत्साहवर्धन करते हुए समाज एवं राष्ट्र के प्रति उनके समर्पण की सराहना की। इस अवसर पर संस्थान के सभी विभागाध्यक्ष भी उपस्थित रहे।