नई दिल्ली। नाटो फोर्सेस व रुस के बीच तनाव और भी ज्यादा बढ़ता जा रहा है। बिगड़ते हालातों के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अपने नागरिकों को तुरंत यूक्रेन छोड़ने के लिए कह दिया है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार जो बाइडेन ने कहा कि अमेरिका और रूस की सेना के बीच कभी भी सीधी लड़ाई शुरू हो सकती है। बाइडेन ने कहा है कि हम दुनिया की सबसे बड़ी सेनाओं में से एक के साथ तकरार की स्थिति में हैं। यह बहुत ही अलग स्थिति है, जल्द ही चीजें और बिगड़ सकती हैं। अमेरिकी नागरिकों को जल्द यूक्रेन से बाहर निकल जाना चाहिए। यूक्रेन में सेना भेजने के सवाल पर अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा है कि वहां पर सेना भेजने का अर्थ है कि विश्व युद्ध की शुरूआत। यूएस विदेश विभाग के एक सलाहकार ने चेतावनी जारी की है। अगर रूस यूक्रेन के खिलाफ सैन्य कार्रवाई करता है तब अमेरिका अपने नागरिकों को निकालने की स्थिति में नहीं होगा। वहीं अमेरिकी थिंक टैंक यह चेतावनी भी जारी कर चुका है कि रूसी सेना फुल स्केल युद्ध शुरू करती है तो उसके टैंक सिर्फ 48 घंटे में यूक्रेन की राजधानी कीव में दाखिल हो जाएंगे। युद्ध के संभावित खतरे के बीच रूस ने भी अपनी तैयारी शुरू कर दी है। रूस ने गुरुवार को बेलारूस की सेना के साथ युद्धाभ्यास शुरू किया। हाल के वर्षों में ये सबसे बड़ा संयुक्त सैन्य अभ्यास है। इसमें टैंक, लड़ाकू विमान और एस-400 मिसाइल डिफेंस सिस्टम के साथ हजारों सैनिक भाग ले रहे हैं। बेलारूस में यह अभ्यास 20 फरवरी तक चलेगा। रिपोर्ट्स के मुताबिक 30 हजार से अधिक रूसी सैनिक भाग लेंगे। युद्ध के बढ़ते खतरे के बीच अमेरिका ने बीती रात यूक्रेन को हथियारों की दूसरी खेप भेज दी है। इससे पहले भी अमेरिका की तरफ से 200 मिलियन डॉलर के सुरक्षा सहायता यूक्रेन भेजी गई थी। पूर्वी यूरोप में तनाव मद्देनजर अमेरिका के साढे आठ हजार सैनिक हाई अलर्ट पर भी हैं। रूस के संभावित हमले से मुकाबले के लिए ब्रिटेन ने यूक्रेन को बड़ी संख्या में अत्याधुनिक एंटी टैंक मिसाइलें और एंग्लो-स्वीडिश एंटी टैंक गाइडेड मिसाइलें सौंपी हैं।