लखनऊ। प्रदेश में बढ़ते कोरोना संक्रमण के मामलों को देखते हुए इलाहाबाद हाईकोर्ट नौ अप्रैल तक बंद रहेगी। प्रधान पीठ और लखनऊ खंडपीठ पांच से नौ अप्रैल तक बंद रहेंगी। कोर्ट में नियमित पीठ रेगुलर बेंच नहीं बैठेंगी बल्कि केवल महत्वपूर्ण मामलों की सुनवाई के लिए विशेष पीठ बैठेंगी। बता दें कि शुक्रवार को प्रदेश में कोरोना के 2967 नए रोगी मिले हैं। पिछले 24 घंटे में 16 लोगों की मौत हो गई। गुरुवार को कोरोना के 2600 रोगी मिले थे। लखनऊ में लगातार संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। शुक्रवार को भी 940 मरीज लखनऊ में मिले हैं। यहां कोरोना के मौजूदा रोगियों की कुल संख्या 4587 हो गई है। लगातार बढ़ रहे रोगियों के कारण प्रदेश में भी एक्टिव केस बढ़कर 14073 हो गए हैं। कोरोना का संक्रमण खास तौर पर प्रदेश की राजधानी लखनऊ सहित 24 जिलों में बढ़ा है।
मुख्य न्यायाधीश ने यह निर्णय हाईकोर्ट के न्यायाधीशों की प्रशासनिक कमेटी से विचार-विमर्श करने के बाद लिया है। इस अवधि में केवल आवश्यक मामलों की सुनवाई के लिए विशेष बेंच बैठेंगी। अपराधिक मामलों, जमानत अर्जी, अरेस्ट स्टे, बंदी प्रत्यक्षीकरण आदि मामलों की सुनवाई के लिए अर्जेंसी एप्लिकेशन की आवश्यकता नहीं होगी जबकि सिविल के मामले में अर्जेंसी एप्लिकेशन की आवश्यकता होगी। अर्जेंसी एप्लिकेशन स्वीकार होने के बाद ही सिविल के मामले पीठ के समक्ष सुनवाई के लिए भेजे जाएंगे। हाई कोर्ट परिसर में अधिवक्ताओं के चैंबर नहीं खुलेंगे। परिसर में सबको फेस मास्क लगाने व शारीरिक दूरी मानक का पालन करने की अनिवार्यता रहेगी। न्यायमूर्तियों व अधिवक्ताओं के लिए निर्धारित परिधान पहनने में अगले आदेश तक छूट रहेगी। वादकारियों का प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा। एडवोकेट्स क्लर्क का भी प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा। बता दें कि उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर लगातार अपनी रफ्तार दिखा रही है।