- 5537 की हुई स्क्रीनिंग, 3021 लक्षण युक्त किए गए चिन्हित
- 1313 लक्षण युक्त व्यक्तियों की हुई स्पुटम जांच
हापुड़। हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर्स (एचडब्ल्यूसी) के जरिए जनपद में चलाए गए 21 कार्य दिवसीय विशेष क्षय रोगी खोज अभियान में 40 क्षय रोगी खोजे गए हैं। जिला क्षय रोग अधिकारी (डीटीओ) डा. राजेश सिंह ने बताया – सीएमओ डा. सुनील कुमार त्यागी के निर्देशन में अभियान में खोजे गए सभी क्षय रोगियों का उपचार शुरू कर दिया गया है। उन्होंने बताया – एकीकृत निक्षय दिवस के मौके पर 15 मई को शुरू हुआ विशेष अभियान सात जून को संपन्न हो गया। इस अभियान के दौरान आशा कार्यकतार्ओं ने जनपद में कुल 5537 व्यक्तियों की स्क्रीनिंग की। डीटीओ डा. राजेश सिंह ने बताया कि स्क्रीनिंग के दौरान आशा कार्यकतार्ओं ने टीबी से मिलते जुलते लक्षण युक्त कुल 3021 व्यक्तियों को चिन्हित किया। इनमें से 1313 के स्पुटम के नमूने लेकर जांच के लिए भेजे गए। जांच में 40 को टीबी संक्रमण की पुष्टि हुई है। अभियान में खोजे गए सभी क्षय रोगियों का नोटिफिकेशन करने के साथ ही उपचार शुरू कर दिया गया है, साथ ही उनके परिवारीजनों से टीबी जांच कराने की अपील की गई है। परिवार में मौजूद सभी बच्चों को प्रीवेंटिव थेरेपी दी जा रही है। डीटीओ ने परिवारीजनों से अपील की है कि क्षय रोगी के ज्यादा संपर्क में उसके परिवार के सदस्य रहते हैं, फेफड़ों की टीबी मरीज के ड्रापलेट्स से हवा के जरिए फैलती है। बोलते या छींकते समय रोगी के मुंह से निकलने वाली ड्रॉपलेट के साथ टीबी का संक्रमण दूसरे व्यक्ति में प्रवेश कर जाता है। इसलिए क्षय रोगियों के सभी परिजनों की जांच आवश्यक है।
क्षय रोगियों का शत-प्रतिशत नोटिफिकेशन और एडॉप्शन जरूरी
शुक्रवार को रामा और जीएस मेडिकल कॉलेज में कोर कमेटी की बैठक हुईं। बैठक में डीटीओ डा. राजेश सिंह ने कहा कि ओपीडी में आने वाले टीबी के लक्षण युक्त रोगियों की टीबी जांच अवश्य कराई जाए। प्रयास हो कि ओपीडी के 10 प्रतिशत रोगियों की स्पुटम जांच अवश्य हो। जांच में क्षय रोग की पुष्टि होने पर शत-प्रतिशत नोटिफिकेशन और एडॉप्शन कराया जाए। नोटिफिकेशन से जहां रोगी को सभी सरकारी सुविधाएं मिलना सुनिश्चित हो जाती हैं वहीं एडॉप्शन के बाद मिलने वाले सामाजिक और भावनात्मक सहयोग से उसकी रिकवरी बेहतर होती है। रामा मेडिकल कॉलेज में प्रधानाचार्य डा. अंशु शर्मा और जीएस मेडिकल कॉलेज में प्रधानाचार्य डा. प्रदीप गर्ग ने कोर कमेटी की बैठक की अध्यक्षता की। रामा मेडिकल कॉलेज के विभागाध्यक्ष ( चेस्ट एंड टीबी) डॉ. राजेश सैनी और जीएस मेडिकल कॉलेज के विभागाध्यक्ष ( चेस्ट एंड टीबी) डॉ. संजय सहाय ने बैठक में क्षय रोगियों को उपलब्ध करायी जा रही सुविधाओं की जानकारी दी। बैठक में मौजूद रहे जिला पीपीएम समन्वायक सुशील चौधरी ने बताया – डीटीओ ने कॉलेज प्रबंधन से सभी क्षय रोगियों की एचआईवी, शुगर, स्पुटम और एक्सरे जांच मुफ्त कराने के साथ ही फेफड़ों (पल्मोनरी) की टीबी वाले सभी रोगियों की सीबीनॉट जांच कराने की बात कही। उन्होंने कहा अन्य अंगों (एक्सट्रा पल्मोनरी) की टीबी में भी यथासंभव फ्लूड लेकर सीबीनॉट जांच कराई जाए, इससे टीबी के प्रकार की पहचान और सटीक उपचार देने में मदद मिलती है।