गाजियाबाद। केआईईटी ग्रुप आॅफ इंस्टीट्यूशंस, बीटेक प्रथम वर्ष (बैच 2024-25) के छात्रों के लिए स्टूडेंट इंडक्शन प्रोग्राम का आयोजन कर रहा है। यह कार्यक्रम एआईसीटीई और डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय, लखनऊ के दिशा-निर्देशों के तहत संचालित किया जा रहा है। यह कार्यक्रम विभिन्न शैक्षणिक और पाठ्येतर गतिविधियों का मिश्रण है, जिसमें खेल, योग, रचनात्मक कला, साहित्यिक और सांस्कृतिक गतिविधियाँ शामिल हैं जो 21 दिनों तक चलेंगी। इस कार्यक्रम का पहला दिन सुबह 6:30 बजे योग सत्र के साथ शुरू हुआ, उसके बाद सार्वभौमिक मानवीय मूल्यों पर एक सत्र हुआ।
इस तीन सप्ताह के छात्र प्रेरण कार्यक्रम के दौरान संस्थान के महानिदेशक डॉ. प्रीति बजाज, संयुक्त निदेशक डॉ. मनोज गोयल, निदेशक अकादमिक डॉ. अनिल अहलावत, डीन छात्र कल्याण डॉ. अनुराग गुप्ता, डीन बी.टेक प्रथम वर्ष और अनुप्रयुक्त विज्ञान डॉ. शैलेंद्र कुमार तिवारी, एसोसिएट डीन बी.टेक प्रथम वर्ष और अनुप्रयुक्त विज्ञान डॉ. सी.एम. बत्रा, रजिस्ट्रार अनूप श्रीवास्तव और अन्य विभागों के डीन, छात्रों के साथ संवाद सत्र में भाग लेंगे। छात्रों को प्रदान किए जाने वाले तकनीकी शिक्षण अनुभव को बढ़ाने के लिए विभिन्न विशेषज्ञों की वार्ता की भी व्यवस्था की गई है।
मिरांडा हाउस की सेवानिवृत्त प्रिंसिपल डॉ. प्रतिभा जॉली का प्रेरक सत्र और एवन मोल्डप्लास्ट लिमिटेड के प्रमोटर और अध्यक्ष सुशील अग्रवाल का एक सत्र भी इस छात्र प्रेरण कार्यक्रम का हिस्सा होगा। इसके अलावा, यह सुनिश्चित करने के लिए कि छात्रों को उनके लिए प्रदान की गई प्रत्येक सहायता के बारे में पता है, अन्य विभागों द्वारा सत्र भी आयोजित किए जाएंगे। इनमें राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी), राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस), सेवा चयन बोर्ड (एसएसबी) पर सत्र, ‘यौर दोस्त’ द्वारा मनोवैज्ञानिक कल्याण/भावनात्मक कल्याण पर सत्र, डीन – आईटीएसएस/आईटी द्वारा ईआरपी और मूडल पर सत्र, कौशल विकास और फिनिशिंग स्कूल (एसडीएंडएफएस) के हेड द्वारा सत्र, कारपोरेट संबंध और प्लेसमेंट केंद्र (सीआरपीसी)/इंटर्नशिप और उद्योग भागीदारी सेल (आईआईपीसी) के हेड द्वारा सत्र, पीआरएंडआईआर के हेड द्वारा सत्र, परीक्षा नियंत्रक (सीओई) द्वारा सत्र, सोसाइटी आॅफ आॅटोमोबाइल्स इंजीनियर्स (एसएई)-केआईईटी पर तुहिन श्रीवास्तव द्वारा सत्र शामिल हैं। इस छात्र प्रेरण कार्यक्रम में छात्रों को उनकी शाखाओं और अन्य तकनीकी जानकारी के बारे में जानकारी दी जाएगी। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुसार, उपरोक्त गतिविधियाँ छात्रों के समग्र विकास में सहायक होंगी।