- सेवा कार्यों की हुयी सराहना, सेवावृतियों को किया सम्मानित,
गाजियाबाद। श्रीमती ब्रह्मा देवी सरस्वती बालिका विद्या मंदिर परिसर हापुड़ स्थित स्वस्ति सभागार में 28वें भाऊराव देवरस स्मृति सेवा सम्मान समारोह का भव्य आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों द्वारा दीप प्रज्जवलन से हुआ। तत्पश्चात कार्यक्रम के संयोजक अनिल कुमार अग्रवाल ने मंचासीन अतिथियों का परिचय व स्वागत कराया। मंच संचालन श्रीमती ब्रह्मा देवी बालिका विद्या मंदिर की प्रबंधिका स्वाति गर्ग ने किया। कार्यक्रम के स्वागताध्यक्ष विकास खन्ना ने स्वागत भाषण दिया। इस अवसर पर न्यास के कोषाध्यक्ष रामअवतार किला ने समाज सेवा के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान हेतुआत्मनिर्भर- एक चैलेंज, गुवाहाटी संस्था तथा जनरल वी.के. सिंह व सांसद राजेंद्र अग्रवाल ने डॉ. प्रज्ञा प्रमोद राऊत (श्रीकृष्ण शांतिनिकेतन, नागपुर) को भाऊराव देवरस सेवा सम्मान से सम्मानित किया। सेवा के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान करने वाले दो सेवावृतियों अथवा संस्थाओं को न्यास प्रतिवर्ष लाख रुपए, एक प्रशस्ति पत्र,शॉल उढ़ाकर एवं श्रीफल देकर सम्मानित करता है। सौरभ गोयल ने आत्मनिर्भर- एक चैलेंज, गुवाहाटी संस्था के अभिनंदन पत्र का वाचन किया। आत्मनिर्भर- एक चैलेंज,गुवाहाटी संस्था के प्रतिनिधि अशोक झा ने संस्था का संक्षिप्त परिचय प्रस्तुत करते हुए संस्था द्वारा शिक्षा, रोजगार व आर्थिक रूप से गरीब लोगों की सहायता में किए गए कार्यों का उल्लेख किया। सुशीला जी ने डॉ. प्रज्ञा प्रमोद राऊत के अभिनंदन पत्र का वाचन किया। डॉ. प्रज्ञा प्रमोद राऊत ने श्रीकृष्ण शांतिनिकेतन, नागपुर आश्रम का संक्षिप्त परिचय प्रस्तुत करते हुए कर्म की महत्ता को स्पष्ट किया तथा आश्रम द्वारा निराश्रित व्यक्तियों को दिए गए आश्रय की जानकारी दी। इस कार्यक्रम के मुख्य वक्ता पराग अभ्यंकर (मा. अ. भा. सेवा प्रमुख रा. स्व. संघ) ने अपने विचार व्यक्त करते हुए बताया कि पिछड़े व वंचित वर्ग के लोगों को समाज की मुख्यधारा में लाने के भाऊराव जी के उद्देश्य को ही आगे ले जाने के लिए 29 दिसंबर 1993 को इस न्यास की स्थापना की गई। स्व. अटल बिहारी वाजपेयी जी न्यास के संस्थापक अध्यक्ष थे। भाऊराव जी जीवन भर समाज के पिछड़े और वंचित वर्ग के लोगों के उत्थान के लिए प्रयासरत रहे। इस न्यास के द्वारा देशभर में समाज के उत्थान के लिए अनेक कार्य किए जाते हैं तथा समाज सेवा के लिए अनेक विश्राम सदन व संस्थाओं का निर्माण भी किया गया है। मुख्य अतिथि जनरल वी.के. सिंह ने सेवा परमो धर्म के महत्त्व को स्पष्ट किया। सांसद राजेंद्र अग्रवाल ने भाऊराव देवरस के द्वारा समाज के लिए किए गए कार्यों की सराहना की। न्यास के मंत्री राहुल सिंह ने कार्यक्रम में पधारे समस्त अतिथियों का हृदय से आभार व धन्यवाद प्रकट किया। कार्यक्रम में न्यास के अध्यक्ष ओम प्रकाश गोयल, उपाध्यक्ष मनोज अग्रवाल, न्यास के संस्थापक सदस्य संजय गर्ग, विजयपाल आढ़ती (विधायक-हापुड़), कमल मलिक (पूर्व विधायक-गढ़मुक्तेश्वर), अशोक बबली, पूनम अग्रवाल,नरेश गर्ग, आलोक अग्रवाल, कपिल सिंहल, सचिन एस.एम., उमेश गोयल, शशिकांत, राकेश अग्रवाल, दीप्ति, पदम चंद गर्ग, राजीव गुगलानी, संदीप गुप्ता और मयंक गोयल आदि मौजूद रहे।
संस्कार भारती ने भारतीय नववर्ष महोत्सव कार्यक्रम का किया आयोजन
गाजियाबाद। संस्कार भारती के तत्वावधान में भारतीय नववर्ष महोत्सव कार्यक्रम का आयोजन छतरी वाला शिव मंदिर, मोदीनगर के प्रेक्षागृह में किया गया। इसमे संस्कार भारती के विभिन्न परिवारों एवं शहर के गणमान्य लोगों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। कार्यक्रम का शुभारम्भ श्री श्री 108 महंत नारायण गिरी जी महाराज, पीठाधीश्वर दूधेश्वर नाथ मंदिर गाजियाबाद, विधायक डॉ. मंजू सिवाच, डॉ. पवन सिंघल, दीपक अग्रवाल, जिला अध्यक्ष जगवीर शर्मा ‘जलज’, महेश तायल, सुनील गोयल, डॉ. निर्दोष अग्रवाल इत्यादि ने दीप प्रज्जवलित करके किया। इस अवसर पर भजन कीर्तन का आयोजन किया गया। जिसमें राघवेंद्र गुप्ता, पंडित मुकेश शर्मा एवं उनकी टीम ने मनमोहक भजन प्रस्तुति देकर शमां बांध दिया। इस अवसर पर श्री श्री 108 महंत नारायण गिरी महाराज ने कहा कि हमें हिन्दू परिवारों को पश्चिमी सभ्यता को छोड़कर अपनी भारतीय संस्कृति को ही अपनाना होगा, इसी में ही विश्व कल्याण निहित है। उन्होंने बताया कि हिन्दू नववर्ष की शुरूआत चैत्र शुक्ल प्रतिपदा से होती है तथा नई ऋतू का आगमन होता है एवं सृष्टि का प्रथम दिवस भी यही माना जाता है। यह विक्रम सम्वत 2080 विशेषकर युवाओं एवं महिलाओं के लिए शुभ है। उन्होंने युवाओं का आह्वान किया कि वे पश्चिमी संस्कृति को छोड़कर भारतीय संस्कृति का पालन करें। इस अवसर पर विधायक डा. मंजू सिवाच, डा. पवन सिंघल ने भी अपने विचार रखे। कार्यक्रम की अध्यक्षता जगवीर शर्मा ‘जलज’ ने की। सभी लोग इस कार्यक्रम से अत्यंत उत्साहित थे तथा समाज में हिन्दू संस्कारों को जाग्रत करने की प्रेरणा ली। इस अवसर पर स्वदेश जैन, दिनेश सिंघल, सतेंद्र त्यागी, अशोक ओझा, गोपाल आर्य, विश्वबंधु सचदेवा, प्रवीण गुप्ता, नीरज शर्मा, सुदेश मित्तल, गजेंद्र मित्तल, सुशील जैन, नीरज त्यागी, नवीन जायसवाल, रवि दत्त, नरेंद्र कश्यप, शेखर, आनंद त्यागी सहित शहर के सैकड़ों गणमान्य लोग, महिलाएं एवं बच्चे उपस्थित रहे। इस अवसर पर सामूहिक भोज का भी आयोजन किया गया। कार्यक्रम को सफल बनाने में पुनीत अग्रवाल, महेश राठोड, दीपक अग्रवाल, अनुभव ‘अनुभवी’, नीरज गुप्ता, डा. दीपक अग्रवाल, अनंत मित्तल, प्रीत कुमार शर्मा, पवन अग्रवाल, भरत सिंघल, मनोज कुमार झा, सौरभ गुप्ता, अमित अग्रवाल, पुनीत अग्रवाल, योगेश गुप्ता, सुरेश सिंघल, राकेश सिंघल, संजीव शर्मा, मनीष गुप्ता, अभिषेक गर्ग, गौरव जैन, रीमा अग्रवाल, नयना अग्रवाल, शालिनी गोयल, वर्षा गुप्ता , परिधि आदि का विशेष योगदान रहा। कार्यक्रम का मंच सञ्चालन विवेक सिंघल ने किया।