लखनऊ। सीबीएसई व आईसीएसई की बारहवीं की परीक्षा रदद होने के बाद स्नातक व स्नातकोत्तर परीक्षाओं को लेकर भी अहम जानकारी आ गई है। डिग्री कॉलेजों में स्नातक व स्नातकोत्तर की अंतिम वर्ष व अंतिम सेमेस्टर की परीक्षाएं होंगी। ये परीक्षाएं अगस्त के पहले सप्ताह तक करा लिए जाने की उम्मीद बताई जा रही है जबकि परिणाम भी अगस्त के अंत में जारी कर दिया जाएगा। बाकी स्नातक प्रथम, द्वितीय वर्ष के अभ्यर्थियों को प्रोन्नत कर दिया जाएगा। उच्च शिक्षा विभाग द्वारा प्रोन्नत फार्मूला तय करने के बाद विश्वविद्यालय व कॉलेजों को यह निर्देश भेजे जाने की तैयारी हो रही है।
उत्तर प्रदेश के ऐसे विश्वविद्यालय जहां प्रथम वर्ष की परीक्षाएं हुई हैं, वहां विद्यार्थियों के द्वितीय वर्ष के अंक प्रथम वर्ष की परीक्षा के अंकों के आधार पर निर्धारित कर उन्हें तृतीय वर्ष में प्रोन्नति दे दी जाएगी। विश्वविद्यालय विवि जहां प्रथम वर्ष की परीक्षाएं वर्ष 2020 में नहीं हो पाईं थीं और विद्यार्थियों को द्वितीय वर्ष में प्रोन्नत कर दिया गया था, वहां छात्र द्वितीय वर्ष की परीक्षा देकर ही तृतीय वर्ष में प्रोन्नत किए जाएंगे। इसी तरह वार्षिक परीक्षा प्रणाली लागू करने वाले संस्थानों में पीजी के छात्रों को भी प्रोन्नति दी जाएगी। उच्च शिक्षा विभाग द्वारा परीक्षा को लेकर लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आलोक राय सहित तीन कुलपतियों की बनाई गई उच्चस्तरीय कमेटी के सुझाव के अनुसार यूजी व पीजी में सेमेस्टर प्रणाली के तहत पढ़ाई करा रहे विश्वविद्यालय व कॉलेजों में जहां प्रथम सेमेस्टर की परीक्षा हो चुकी है, लेकिन द्वितीय सेमेस्टर की परीक्षाएं नहीं हुई हैं, वहां उनके प्रथम सेमेस्टर के अंकों के आधार पर द्वितीय सेमेस्टर में प्रोन्नत किया जाएगा। ऐसे संस्थान जहां तृतीय व विषम सेमेस्टर की परीक्षाएं हो चुकी हैं, वहां इनके अंकों के आधार पर चतुर्थ व सम सेमेस्टर में प्रोन्नति दी जाएगी। यानी साफ हो गया कि अंतिम वर्ष की परीक्षाएं होंगी।