नई दिल्ली। संसद का मानसून सत्र शुरू होने से पहले रविवार को सर्वदलीय बैठक बुलाई गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सर्वदलीय बैठक की अध्यक्षता की। इस बैठक के लिए संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने अलग-अलग राजनीतिक दलों को आमंत्रित किया है। सर्वदलीय बैठक में पीएम मोदी ने कहा कि सरकार विभिन्न मुद्दों पर संसद में स्वस्थ, सार्थक चर्चा के लिए तैयार है। करीब 33 पार्टी के 40 से ज़्यादा नेताओं ने चर्चा में भाग लिया और किस विषय पर चर्चा होनी चाहिए, उन्होंने इसका सुझाव भी दिया।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल, लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी, टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन मानसून सत्र शुरू होने से एक दिन पहले सर्वदलीय बैठक के लिए संसद पहुंचे।
बता दें कि मानसून सत्र सोमवार यानी 19 जुलाई से शुरू होने जा रहा है जो 13 अगस्त तक चलेगा। कल से शुरू हो रहे संसद के मानसून सत्र में 2 वित्तीय विधेयक सहित 31 विधेयक पेश किए जा सकते हैं।
मानसून सत्र से पहले सर्वदलीय बैठक में राज्यसभा के सभापति ने सभी सदस्यों से आग्रह किया, इससे पहले शनिवार को उप राष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति एम. वेंकैया नायडू ने शनिवार को एक सर्वदलीय बैठक की अध्यक्षता की। इस दौरान उन्होंने सभी सदस्यों से आग्रह किया कि वो कोरोना महामारी के दौर में लोगों के साथ खड़े हों और लोगों की परेशानियों को दूर करने से जुड़े मुद्दों पर सदन में चर्चा की जाए। नायडू ने कहा कि कोरोना महामारी की दूसरी लहर में हैरान करने वाले प्रभाव नजर आए हैं। भारतीय स्वास्थ्य व्यवस्था को गंभीर दौर से गुजरना पड़ा है। उन्होंने कहा कि इस महामारी से लड़ने के विभिन्न पहलुओं के बारे में अपडेट होने और अलग-अलग राज्यों के सदन के सदस्यों के अनुभवों का लाभ उठाने के लिए संसद सबसे सही मंच है।