- 5 करोड़ से अधिक टेस्ट करने वाला उत्तर प्रदेश देश का पहला राज्य
- मेडिकल कॉलेजों व अस्पतालों में सीमित संख्या के साथ जनरल ओपीडी सेवा प्रारम्भ करने के निर्देश
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि राज्य सरकार की ट्रेस, टेस्ट एण्ड ट्रीट की नीति से प्रदेश में कोविड संक्रमण के मामलों में आशानुकूल तेजी से कमी आयी है। कोरोना संक्रमण की पॉजिटिविटी दर में लगातार कमी तथा रिकवरी दर में निरन्तर वृद्धि हो रही है। उन्होंने कोरोना से बचाव और उपचार की व्यवस्थाओं को सुदृढ़ बनाए रखने के निर्देश दिए हैं। वर्चुअल माध्यम से आहूत एक उच्च स्तरीय बैठक में प्रदेश में कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा के दौरान सीएम को अवगत कराया गया कि विगत 24 घंटों में प्रदेश में कोरोना संक्रमण के 1,514 नए मामले आए हैं। इसी अवधि में 4,939 संक्रमित व्यक्तियों का सफल उपचार करके डिस्चार्ज किया गया है। प्रदेश में 30 अप्रैल, 2021 को संक्रमण के अब तक के सर्वाधिक एक्टिव मामले 3,10,783 थे। वर्तमान में संक्रमण के एक्टिव मामलों की संख्या घटकर 28,694 हो गयी है। इस प्रकार विगत 30 अप्रैल के सापेक्ष एक्टिव मामलों की संख्या में 2,82,089 की कमी आयी है। प्रदेश में पिछले 24 घंटों में 3,31,511 कोविड टेस्ट किए गए हैं। प्रदेश में अब तक 5 करोड़ से अधिक कोविड टेस्ट किए जा चुके हैं। 5 करोड़ से अधिक टेस्ट करने वाला उत्तर प्रदेश देश का पहला राज्य है। सर्वाधिक टेस्ट करने वाले राज्यों में दूसरे स्थान के राज्य ने अब तक लगभग 3.5 करोड़ कोरोना टेस्ट किए हैं। राज्य में कोरोना संक्रमण की रिकवरी दर में लगातार वृद्धि हो रही है। वर्तमान में यह दर बढ़कर 97.1 प्रतिशत हो गयी है। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि राज्य में कोरोना संक्रमण में तेजी से कमी के बावजूद संक्रमण को नियंत्रित रखने के लिए पूरी सावधानी एवं सतर्कता बरतने की जरूरत है। सभी जनपदों में कोविड-19 से बचाव के लिए निर्गत गाइडलाइंस का प्रभावी ढंग से पालन कराया जाए। किसी भी स्थल पर अनावश्यक रूप से भीड़-भाड़ न हो। घर से बाहर निकलने पर मास्क एवं दो-गज की दूरी का अनिवार्य रूप से पालन किया जाए। इस कार्य में किसी भी प्रकार की शिथिलता नहीं बरती जानी चाहिए। कोरोना संक्रमण में कमी को लेकर 64 जनपदों में सुबह 7 से शाम 7 बजे तक आंशिक कोरोना कर्फ्यू में छूट दी गयी है। छूट की अवधि में इन जनपदों में बाजारों, सब्जी-फल मण्डी आदि सार्वजनिक स्थलों पर भीड़ एकत्र न होने दी जाए। पुलिस द्वारा व्यापक रूप से बाजारों एवं मण्डियों आदि स्थलों में फुट पेट्रोलिंग की जाए। इसमें पुलिस के उच्चाधिकारी भी सम्मिलित रहें। भीड़-भाड़ की सम्भावना वाले तथा महत्वपूर्ण स्थलों पर पुलिस की उपस्थिति रहे। पब्लिक एड्रेस सिस्टम तथा पीआरवी वाहनों के पब्लिक एड्रेस सिस्टम का इस्तेमाल करते हुए लोगों को कोरोना संक्रमण से बचाव के सम्बन्ध में लगातार जागरूक किया जाए। सभी जरूरतमंद व्यक्तियों को मेडिसिन किट उपलब्ध कराई जाए। सीएम योगी ने कहा कि ब्लैक फंगस से संक्रमित रोगियों के उपचार की प्रभावी व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। ब्लैक फंगस से संक्रमित मरीजों को दवा की सुचारु उपलब्धता के लिए सभी जरूरी कदम उठाए जाएं। सभी जनपदों में ब्लैक फंगस की दवाओं की उपलब्धता रहनी चाहिए। मेडिकल कॉलेजों तथा स्वास्थ्य विभाग के अस्पतालों में सीमित संख्या के साथ जनरल ओपीडी सेवा प्रारम्भ की जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी सामुदायिक, प्राथमिक एवं उप स्वास्थ्य केन्द्र तथा हेल्थ एवं वेलनेस सेण्टर के सुदृढ़ीकरण का कार्य तेजी से आगे बढ़ाया जाए। स्वास्थ्य केन्द्रों के सुदृढ़ीकरण का कार्य बेहतर प्लानिंग के साथ समयबद्ध ढंग से पूर्ण किया जाए। इस कार्य की नियमित समीक्षा भी की जाए। स्वास्थ्य केन्द्रों के सुदृढ़ीकरण में जनप्रतिनिधियों का सहयोग भी प्राप्त किया जाए। सभी सामुदायिक, प्राथमिक एवं उप स्वास्थ्य केन्द्र तथा हेल्थ एवं वेलनेस सेण्टर के सुदृढ़ीकरण के साथ ही, इन केन्द्रों पर चिकित्सक, नर्सिंग एवं पैरामेडिकल स्टाफ सहित सभी आवश्यक सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जाएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि बेड की संख्या में वृद्धि के साथ पीडियाट्रिक आईसीयू (पीकू) तथा नियोनेटल आईसीयू (नीकू) की स्थापना की कार्यवाही समयबद्ध ढंग से की जाए। इंसेफेलाइटिस पर नियंत्रण के अनुभव का उपयोग करते हुए इन कार्यों को आगे बढ़ाया जाए। मुख्यमंत्री को अवगत कराया गया कि पीकू एवं नीकू की स्थापना हेतु 20 जून, 2021 की समयसीमा निर्धारित कर कार्यवाही की जा रही है। पीकू एवं नीकू के निर्धारित समय में निर्माण हेतु सभी मेडिकल कॉलेजों में प्रभारी अधिकारी तैनात किए गए हैं। सीएम योगी ने कहा कि कोरोना वैक्सीन इस महामारी के विरुद्ध एक सुरक्षा कवच है। कोरोना वैक्सीनेशन की कार्यवाही सुव्यवस्थित ढंग से संचालित की जाए। स्वच्छता, सैनिटाइजेशन तथा फॉगिंग की कार्यवाही पूरी सक्रियता से जारी रखी जाए।