कटड़ा। मानसून के फुहार के बीच वैष्णो माता के भक्तों का उत्साह है। कभी बारिश तो कभी उमस भरी गर्मी के बीच श्रद्धालुओं का रैला माता के जयकारे लगाते भवन की ओर प्रस्थान कर रहे हैं। वीकेंड पर इन दिनों 25 हजार के करीब श्रद्धालु दर्शन करने पहुंच रहे हैं।
एक और जहां लगातार खराब मौसम के बावजूद बैटरी कार सेवा के साथ ही पैसेंजर केवल का सेवा निरंतर श्रद्धालुओं को उपलब्ध रही परंतु दूसरी ओर आधार शिविर कटड़ा से चलने वाली हेलीकॉप्टर सेवा बीच-बीच में प्रभावित रही जिसकी मुख्य वजह आसमान के साथ ही मां वैष्णो देवी के त्रिकूट पर्वत पर लगातार घने बादलों के जमघट का होना है। श्रद्धालु अपनी सुविधानुसार घोड़ा पिट्ठू अथवा पालकी आदि कर निरंतर वैष्णो देवी यात्रा कर रहे हैं। बहरहाल, मानसून की बारिश के बीच वैष्णो देवी की यात्रा सुचारु रूप से जारी है।
हालांकि मौसम के बदले मिजाज के कारण कटड़ा और सांझी छत के बीच चलने वाली हेलीकाप्टर सेवा बीच-बीच में रोकनी पड़ती है, अलबत्ता श्रद्धालु पूरे जोश से माता के चरणों में हाजिरी लगा रहे हैं। वीकेंड पर इन दिनों 25 हजार के करीब श्रद्धालु दर्शन करने पहुंच रहे हैं।
यात्रा शुरू करने से पहले दर्शनी ड्योढ़ी पर कोरोना जांच का बंदोबस्त किया गया है। जो यात्री बिना जांच कराए पहुंच रहे हैं, उनका पहले वहां रैपिड टेस्ट किया जाता है। रिपोर्ट नेगेटिव होने के बाद ही यात्रा पर जाने दिया जा रहा है। दूसरी ओर बिगड़े मौसम में भूस्खलन की चुनौती से निपटने के लिए श्राइन बोर्ड के कर्मचारी जहां-तहां तैनात हैं। सीआरपीएफ 06 बटालियन और एंबुलेंस की सुविधा मौजूद है। बैटरी कार, केबल कार और घोड़ा-पिट्ठू व पालकी सेवा बहाल है।
24 जुलाई शनिवार को 24,873 श्रद्धालुओं ने मां वैष्णो देवी के चरणों में हाजिरी लगाई थी। वहीं रविवार को दोपहर 2:00 बजे तक ही करीब 9,000 श्रद्धालु भवन की ओर प्रस्थान कर चुके थे। यात्रा पंजीककरण काउंटर पर श्रद्धालुओं की कतार लगी थी। यात्रा में उछाल को देखकर श्राइन बोर्ड प्रशासन भी काफी सतर्क है। खराब मौसम और कोरोना से यात्रियों की सुरक्षा के सभी बंदोबस्त किए गए हैं। श्रद्धालुओं को लगातार निर्देश दिए जा रहे हैं कि वह अपनी यात्रा के दौरान कोविड के जारी आदेशों का पालन करें। मास्क पहन कर रखें और शारीरिक दूरी का ध्यान रखें।