यूपी में एक्सप्रेसवे विकास को मिली नई दिशा, सीएम योगी ने दिए अहम निर्देश, जानें सरकार की रणनीति

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सड़क हादसों में घायलों को त्वरित चिकित्सा सहायता उपलब्ध कराने के लिए अहम निर्देश जारी किए हैं। उन्होंने सभी एक्सप्रेसवे के दोनों ओर फूड प्लाजा की तर्ज पर अस्पतालों की व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा है। इसके साथ ही मंडलीय अस्पतालों में ट्रॉमा सेंटर और एंबुलेंस की सुविधा बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।
रविवार को अपने सरकारी आवास पर हुई सड़क सुरक्षा परिषद की बैठक में सीएम योगी ने कहा कि सड़क दुर्घटनाओं में घायल होने वाले लोगों के समय पर उपचार के लिए जरूरी कदम उठाए जाएं। उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर भी इस बैठक की जानकारी साझा करते हुए लिखा, “सड़क दुर्घटना में घायल होने वालों को समय से उपचार मिले, इसके लिए एक्सप्रेसवे के दोनों तरफ अस्पतालों की व्यवस्था होनी चाहिए। साथ ही, सभी मंडलीय अस्पतालों में ट्रॉमा सेंटर, एंबुलेंस और प्रशिक्षित स्टाफ की तैनाती भी सुनिश्चित की जाए।”
शराब की दुकानों पर भी सख्त निर्देश
मुख्यमंत्री योगी ने एक्सप्रेसवे और हाईवे किनारे शराब की दुकानों को लेकर भी सख्त रुख अपनाया। उन्होंने स्पष्ट कहा कि हाईवे और एक्सप्रेसवे के किनारे किसी भी हाल में शराब की दुकानें नहीं होनी चाहिए। साथ ही, शराब की दुकानों के साइनेज को छोटा करने के निर्देश भी दिए गए हैं।
उन्होंने कहा, “बिना परमिट की बसें सड़कों पर नहीं चलनी चाहिए। डग्गामार वाहनों और ओवरलोडेड ट्रकों के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई की जाए। दूसरे प्रदेशों से आने वाले बिना परमिट के वाहनों को बॉर्डर पर ही रोका जाए।”
एक्सप्रेसवे पर सुरक्षा बढ़ाने के निर्देश
मुख्यमंत्री ने प्रदेश में एक्सप्रेसवे और हाईवे पर क्रेन, पेट्रोलिंग वाहन और एंबुलेंस की संख्या बढ़ाने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि NHAI की सड़कों पर कैमरे लगाए जाएं और आवश्यक स्थानों पर फुट ओवरब्रिज का निर्माण कराया जाए।
इसके अलावा, प्रदेश के सभी प्रमुख मार्गों पर सड़क सुरक्षा से संबंधित संकेतक (साइनेज) अनिवार्य रूप से लगाए जाने के भी निर्देश दिए गए हैं, ताकि सड़क हादसों को रोका जा सके और लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।