हापुड़। चिकित्सा अधिकारियों को सप्ताह में अब तीन दिन ओपीडी में बैठकर मरीजों का उपचार करना होगा। मुख्य चिकित्सा अधिकारी एवं महिला रोग विशेषज्ञ डा. रेखा शर्मा ने बताया वह जनपद के सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों (पीएचसी) पर ओपीडी करने पहुंचेंगी।
पीएचसी पर महिला चिकित्सक उपलब्ध नहीं हैं, इसलिए उनके खुद पीएचसी पर जाकर ओपीडी करने संबंधित क्षेत्र की महिलाओं को महिला चिकित्सक से परामर्श लेने का मौका मिल सकेगा। हर बार अलग-अलग पीएचसी पर ओपीडी करने से निरीक्षण का काम भी खुद-ब-खुद हो जाएगा।
उन्होंने बताया ओपीडी के लिए जाने से पहले वह संबंधित आशा कार्यकर्ता को जानकारी उपलब्ध कराएंगी और साथ ही यह संदेश गर्भवती तक पहुंचाने के लिए भी कहेंगी, ताकि अधिक से अधिक गर्भवती उनकी पीएचसी की ओपीडी में उपलब्ध होने का लाभ उठा सकें।
डा. रेखा शर्मा कहती हैं कि मुझे ओपीडी क्या, ऑपरेशन तक करने में कोई दिक्कत नहीं है, और वह करती भी रही हैं। जनसेवा में हमारे हुनर का अधिक से अधिक इस्तेमाल हो, मेरा यही प्रयास रहता है। मैं पहले भी ऑपरेशन तक करती रही हूं।
पिछले सप्ताह जनपद की मलकपुर पीएचसी से वह अपने इस कार्यक्रम की शुरूआत भी कर चुकी हैं। मलकपुर पीएचसी में उन्होंने 20 मरीजों को परामर्श देने के साथ ही स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण भी किया था।
बता दें कि जून माह के दौरान अपर मुख्य सचिव (स्वास्थ्य) अमित मोहन प्रसाद ने सभी चिकित्सा अधिकारियों को सप्ताह में कम से कम तीन दिन ओपीडी करने के निर्देश दिए हैं। विशेषज्ञ चिकित्सा अधिकारियों को सप्ताह में एक दिन ऑपरेशन थिएटर की जिम्मेदारी संभालने के लिए भी कहा गया है।
यह शासनादेश सूबे में चिकित्सकों की कमी को देखते हुए जारी किया गया है। सभी चिकित्सा अधिकारी बाकायदा अपना ओपीडी रजिस्टर भी बनाएंगे और इस रिकॉर्ड को सुरक्षित रखेंगे।