
लखनऊ।महाराष्ट्र के कोविड अस्पताल में आग लगने से 13 मरीजों की मौत के बाद उत्तर प्रदेश में अहतियात बढ़ा दी गई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के सभी अस्पतालों में अग्निशमन व्यवस्थाएं दुरुस्त करने के निर्देश दिए हैं। इसके अलावा उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी जनपदों में कोविड बेड्स बढ़ाए जाने, आॅक्सीजन की उपलब्धता व आपूर्ति किए जाने, आरटीपीसीआर की क्षमता बढ़ाने, कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग तथा शत-प्रतिशत टेस्टिंग सुनिश्चित किए जाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि होम आईसोलेशन में रह रहे कोविड संक्रमित मरीजों को समयानुसार मेडिकल किट हर हाल में उपलब्ध करायी जाए और उनसे निरन्तर व नियमित संवाद रखा जाए। मुख्यमंत्री यहां वर्चुअल माध्यम से आहूत एक उच्च स्तरीय बैठक में कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि विगत 24 घंटों में प्रदेश में 22 हजार से अधिक लोग कोरोना संक्रमण से मुक्त हुए हैं। स्वस्थ होने वाले लोगों की संख्या में हर दिन हो रही यह वृद्धि अत्यन्त सुखद है। हम सभी अगर कोविड प्रोटोकॉल को अमल में लाते हुए टेस्ट, ट्रेस और ट्रीट के मंत्र को आत्मसात करें, तो निश्चित ही कोरोना के खिलाफ इस लड़ाई में हमारी जीत होगी। कोविड की चेन को तोड़ने के लिए कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग अति महत्वपूर्ण है। कोविड पॉजिटिव व्यक्ति के परिवारीजनों के साथ-साथ उनके सम्पर्क में आए लोगों का टेस्ट जरुर कराया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान में जब पूरा देश कोरोना महामारी के खिलाफ एकजुट होकर लड़ रहा है, ऐसे आपदाकाल में भी कुछ शरारती तत्व दवाओं की कालाबाजारी, अफवाह फैलाने अथवा माहौल बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं। ऐसे लोगों के विरुद्ध गैंगस्टर एवं एनएसए के तहत कठोरतम कार्रवाई की जाए। इनकी सम्पत्ति जब्त की जाए। प्रदेश में आॅक्सीजन की सुचारु उपलब्धता सुनिश्चित कराई जा रही है। इसी क्रम में आज मुख्यमंत्री द्वारा आॅक्सीजन आपूर्ति व्यवस्था की लाइव मॉनीटरिंग के लिए आॅक्सीट्रैकर वेब पोर्टल का शुभारम्भ किया गया है। यह आॅक्सीट्रैकर पोर्टल, आॅक्सीजन की मांग, कुल आवंटन, गाड़ियों की लाइव लोकेशन, जिलों में उपलब्धता व खपत सहित सभी आवश्यक जानकारी से अपडेट रहेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत सरकार के सहयोग से आॅक्सीजन एक्सप्रेस का संचालन किया जा रहा है। प्रदेश के सभी जिलों के सभी छोटे-बड़े अस्पतालों में आॅक्सीजन की उपलब्धता पर 24 घंटे नजर रखी जाए। आॅक्सीजन की मांग और आपूर्ति में संतुलन बनाने की आवश्यकता है। ऐसे में, प्रत्येक अस्पताल में आॅक्सीजन आॅडिट कराया जाए। जो लोग होम आईसोलेशन में इलाज करा रहे हैं, उन्हें भी आवश्यकता के अनुसार आॅक्सीजन उपलब्ध कराया जाए। प्रदेश में कहीं भी आॅक्सीजन की कमी नहीं होने दी जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि रेमडेसिविर तथा अन्य जीवन रक्षक दवाओं का वितरण पारदर्शी रूप से किया जाए। सभी जरूरतमन्दों को यह सुविधाएं समान रूप से उपलब्ध करायी जाएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि रेमडेसिविर जैसी जीवन रक्षक दवाओं का प्रदेश में कोई अभाव नहीं है। समीक्षा बैठक में चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना, स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह, स्वास्थ्य राज्य मंत्री अतुल गर्ग आदि मौजूद रहे।