नई दिल्ली। गाजियाबाद नगर निगमए जिसने निजी प्लेसमेंट के आधार पर बीएसई के बॉन्ड प्लेटाफॉर्म का उपयोग करते हुए म्युनिस्पिल बॉन्ड के माध्यम से 150 करोड़ रूपए जुटाए। 50 करोड़ रूपए के ग्रीन शू विकल्प के साथ बेस इश्यू 100 करोड़ रूपए बीएसई एक्सचेंज पर लिस्ट हुआ व 31 मार्च 2021 को उसका सब्सक्रिप्शन हुआ था। कार्यक्रम दिल्ली के एक पांच सितारा होटल में किया गया जिसमें केन्द्रीय राज्यमंत्री वीके सिंह, प्रदेश के शहरी विकास मंत्री आशुतोष टंडन व मेयर आशा शर्मा मौजूद रहीं। इस कर योग्य बॉन्ड की कूपन दर 8.1 प्रति वर्ष तय की गई थी और इंडिया रेटिंग्स ने इसकी रेंटिंग एए श्रेणी में की थी तथा ब्रिकवर्क्स द्वारा इसकी रेटिंग एए सीई की गई है। इसकी 10 साल की परिपक्वता है तथा ऋण मुक्ति के लिए अदायगी चरणबद्ध ढंग से होगी। इसके अतिरिक्त नगर निगम को इन बॉन्डों को लाने के लिए भारत सरकार से 19.5 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि मिली है।
नगर निगम ने पानी की आपूर्ति से संबंधित विभिन्न लक्ष्यों और उद्देश्यों को प्राप्त करने के उद्देश्य से साहिबाबाद इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के साथ एक समझौता किया है और पूंजी को आंशिक रूप से स्थानीय सीवेज और जल उपचार संयंत्र के उपयोग के लिए प्रस्तावित किया गया है, जिसकी लागत लगभग 239.33 करोड़ रुपये है। इस अवसर के महत्व को रेखांकित करते हुए गाजियाबाद नगर निगम के नगर आयुक्त एमएस तंवर ने कहा कि यह एक महत्वपूर्ण अवसर है और पूंजी जुटाने से न केवल वित्तीय अनुशासन लागू होगा बल्कि निगम को भविष्य में एक बड़ी निधि जुटाने का मौका मिलेगा। हमने देखा कि निविदा की तिथि में कुछ ही मिनटों में 40 बोलियां आईं और इनसे कुल 401 करोड़ रुपये की सदस्यता आकर्षित हुई और वह भी 8.10 प्रतिशत की बहुत प्रतिस्पर्धी कूपन दर के साथ। यह भारत में किसी भी नगर निगम द्वारा जारी किया गया पहला ग्रीन बॉन्ड भी है। यह नगर पालिका बांडों में बाजार के विश्वास और उत्तर प्रदेश राज्य में सुशासन का प्रतिबिंब है। बॉन्ड्स की लिस्टिंग के मौके पर बॉम्बे स्टॉक के एमडी और सीईओ आशीष कुमार चौहान ने कहा मैं गाजियाबाद नगर निगम को सफलतापूर्वक राशि जुटाने के लिए बधाई देना चाहता हूं। बीएसई बॉन्ड प्लेटफॉर्म पर गाजियाबाद नगर निगम ने बॉन्ड जारी करके 150 करोड़ सफलतापूर्वक जुटाए। इस बॉन्ड को लेकर आॅर्डर बुक कुछ ही मिनटों में चार गुना से अधिक भर गई जो गाजियाबाद नगर निगम को भारतीय बॉन्ड बाजार में एक विश्वसनीय इकाई के रूप में स्थापित करती है। मैं योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में पूरे उत्तर प्रदेश प्रशासन को भी बधाई देना चाहूंगा। सीएम योगी आदित्यनाथ ने विकास व शहरी केंद्रों के लिए आधुनिक बुनियादी सुविधाएं प्रदान करने के साधन के रूप में बाजार आधारित ऋण की पद्धति को अपनाया है। उनकी ये नीतियां भविष्योन्मुख व पारदर्शी हैं। ग्रीन बॉन्ड बाजार में अपार संभावनाएं हैं। यह भारतीय नगर पालिकाओं को स्वच्छ और जलवायु की रक्षा करते हुए शहरी बुनियादी ढांचे के राष्ट्रीय लक्ष्यों को पूरा करने के लिए धन जुटाने का एक आकर्षक अवसर है। बीएसई बॉन्ड प्लेटफॉर्म ने ऋण प्रतिभूतियों की नियुक्ति के लिए मूल्य खोज में पारदर्शिता और दक्षता लाने में मदद की है और यह प्लेटफॉर्म मूल रूप से बिना किसी रूकावट के सुगम सब्स्क्रिप्शन को संभव बनाता है। इशू की सफलता और भारत में म्यूनिस्पिल बांड के की संभावनाओं के संदर्भ में ए.के मित्तल, एमडी व सीईओ एके कैपिटल ने कहा कि भारत के पहले ग्रीन म्युनिसिपल बॉन्ड को 150 करोड़ रुपये के म्यूनिसिपल बॉन्ड स्पेस में ऐतिहासिक कम दरों पर संभव बनाने के लिए गाजियाबाद नगर निगम को बधाई। हम एके कैपिटल सर्विसेज लिमिटेड इस इशू के साथ मर्चेंट बैंकर के रूप में जुड़े होने पर गर्व महसूस करते हैं। गाजियाबाद नगर निगम बांड मजबूत संरचित भुगतान तंत्र द्वारा समर्थित हैं जो इसे एए समूह रेटिंग के योग्य बनाता है। इसलिए यह निवेशकों के लिए एक आकर्षक रिटर्न के साथ यह एक अच्छा और सुरक्षित निवेश है। हम भारतीय नगर पालिका बॉन्ड बाजार में तेजी से विकास होता देख रहे हैं जिसमें नवीन संरचनाएं और निवेशकों की भागीदारी का विस्तार हो रहा है। लखनऊ नगर पालिका और गाजियाबाद नगर पालिका बांड जारी करने की सफलता के बाद हम उम्मीद करते हैं कि और अधिक यूएलबी ग्रीन बॉन्ड जरिए धन जुटाने के लिए ऋण बाजारों में संभावनाओं को टटोलेंगे। इस बॉन्ड इशू के लिए एके कैपिटल सर्विसिस लिमिटेड व एचडीएफसी बैंक मर्चेंट बैंकर्स हैं। केन्द्रीय राज्यमंत्री वीके सिंह ने गाजियाबाद नगर निगम की इस उपलब्धि के लिए बधाई दी।