मेरठ। कोरोना संक्रमण शिकार लोगों की जान का और भी खतरा बढ़ गया है। नई बीमारी ब्लैक फंगस से मेरठ में एक व्यक्ति की मौत हो गई है जबकि एक की आंख डॉक्टरों को निकालनी पड़ी हैं। मेरठ के न्यूटिमा अस्पताल में भर्ती मुजफ्फरनगर के व्यक्ति ने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। इस नई आफत से आपरेशन थियेटर और आक्सीजन का संकट खड़ा हो गया है। निजी अस्पतालों एवं ईएनटी क्लीनिकों से ब्लैक फंगस के लक्षणों वाले मरीजों की जानकारी जुटाई जा रही है। मेडिकल कालेज में ब्लैक फंगस के पांच मरीज पहले ही मिल चुके हैं। दो दिन पहले एक मरीज को नई दिल्ली रेफर कर दिया गया था। न्यूटिमा, लोकप्रिय, होप एवं भाग्यश्री समेत कई अस्पतालों में इससे पीड़ित मरीज भर्ती हैं। बाजार में इसके लिए जरूरी दवाएं न मिलने से मरीजों की जिंदगी दांव पर है। ईएनटी रोग विशेषज्ञों का कहना है कि म्यूकरमाइकोसिस नामक फंगस वातावरण में हमेशा रहता है, लेकिन कोविड मरीजों को यह ज्यादा पकड़ रहा है। आनंद अस्पताल में दो मरीजों का आपरेशन हुआ है। ईएनटी विशेषज्ञ डा. अभिषेक सिंह ने बताया कि सप्ताहभर में ब्लैक फंगस के दर्जनों मरीज देख चुका हूं। फंगस ऐसे मरीजों को पकड़ रहा जिनका शुगर लेवल 400 के आसपास है, और जो लंबे समय तक स्टेरायड ले चुके हैं। यह बीमारी दो-तीन दिन में ही बड़ी तेजी से बढ़ती है।