नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं। सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से स्थिति को उन्होंने फोन पर जाना, इसके बाद वे अलग-अलग प्रदेश के जिलाधिकारियों से वार्ता कर रहे हैं। गुरुवार को जहां उन्होंने गाजियाबाद समेत विभिन्न जिलों के जिलाधिकारियों से वर्चुअल संवाद किया वहीं शुक्रवार को उन्होंने अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में डॉक्टर्स, पैरामेडिकल स्टाफ व अन्य स्वास्थ्य कर्मियों के साथ वर्चुअल संवाद किया। प्रधानमंत्री ने कोरोना संक्रमण की सेकेंड लहर को रोकने को लेकर किए गए इंतजाम के बारे में जानकारी ली। तीसरी लहर को लेकर अब तक हुई तैयारी के बारे में उन्होंने डीएम कौशल राज शर्मा से पूछा। कमिश्नरी आॅडिटोरियम में आयोजित कार्यक्रम में सरकारी व गैर सरकारी अस्पतालों के चिकित्सक, पैरामेडिकल स्टाफ यानी नर्स, वार्ड ब्वाय, एंबुलेंस चालक, फ्रंट लाइन वर्कर व जनप्रतिनिधियों समेत करीब 120 लोगों को आंमत्रित किया गया था। प्रधानमंत्री रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन यानी डीआरडीओ की ओर से बीएचयू में स्थापित अस्थायी पंडित राजन कोविड अस्पताल से जुड़े डाक्टरों के अलावा शहर के जाने-माने चिकित्सक व पैरामेडिकल के स्टाफ व फ्रंट लाइन वर्कर्स से बात की। प्रधानमंत्री की बातचीत के बाद उम्मीद जताई जा रही है कि कोविड की रोकथाम की दिशा में तथा तीसरी लहर से बचाव को लेकर जिले में कुछ ठोस कार्य की शुरूआत हो सकती है। प्रधानमंत्री ने इस दौरान पंडित राजन मिश्र कोविड अस्पताल सहित वाराणसी के विभिन्न कोविड अस्पतालों के कामकाज की समीक्षा की। बीएचयू के स्टेडियम में डीआरडीओ और भारतीय सेना के संयुक्त प्रयासों से हाल में अस्थाई कोविड अस्पताल शुरू किया गया था। वाराणसी के चिकित्सा से जुड़े कर्मियों से बातचीत में कहा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि जो भी लोग बनारस में नया और अच्छा किए वे लिखकर मुझे भेजें। मुझसे शेयर करें। यह देश के काम आएगा। हमारे देश में जितने जिले हैं। सबकी अलग अलग चुनौती हैं। कोई जिला अगर कोरोना को हराता है तो देश का काम होता है। हमने गांव में बहुत तेजी से सबकुछ बहुत अच्छे से मैनेज किया। गांव की अपनी ताकत होती है।