नई दिल्ली, हिंट समाचार। नेपाल के कई इलाकों में भारी बारिश के बाद आई बाढ़ के कारण जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। बाढ़ की चपेट में आने से अब तक सोलह लोगों की मौत हुई है, जबकि कई लोग लापता हैं। नेपाल के सिंधुपालक जिले में इंद्रावती नदी के बेसिन समेत अन्य निचले इलाकों में मेलमची नदी में अचानक आई बाढ़ के बाद लापता हुए लोगों में भारतीय और चीनी नागरिक भी शामिल हैं।
जानकारी हो कि नेपाल में मूसलाधार बारिश के बाद आई बाढ़ ने जलप्रलय मचाया हुआ है। मध्य नेपाल में नदी में आए सैलाब से अबतक सोलह लोगों की मौत हो गई है, जबकि 50 से अधिक लोग लापता हैं। बाढ़ के पानी की तेज रफ्तार से कई पुल टूट गए हैं। इस कारण आवागमन भी ठप पड़ गया है। बचावकर्मियों को भी पुल टूटने के कारण मुश्किलें आ रही हैं।
मालूम हो कि फेसबुक पर स्वास्थ्य एवं जनसंख्या मंत्री शेर बहादुर तमांग ने बताया कि मेलम्ची और इंद्रावती नदियों में आई बाढ़ में 50 से ज़्यादा लोग लापता हैं। बाढ़ ने मेलम्ची पेय जल आपूर्ति परियोजना टिम्बू बाजार, चनाउत बाजार, तालामारंग बाजार और मेलम्ची बाजार में बांध को भी नुकसान पहुंचाया है। भारी बारिश से सबसे बुरी तरह प्रभावित मध्य नेपाल के सिंधुपालचोक में मेलम्ची नदी में बाढ़ आ गई। अधिकारियों ने बताया कि करीब 50 लोग लापता हैं, जिनमें से ज्यादातर मेलम्ची पेयजल परियोजना में काम करने वाले श्रमिक हैं।
नेपाल में बाढ़ से हालात बेहद खराब हो गए हैं। अब तक इस बाढ़ में मारे गए लोगों में चीनी और भारतीय नागरिक भी शामिल हैं। नेपाल में अचानक से आई भीषण बाढ़ से हालात बेहद खराब हो गए हैं। कई नदियां उफान पर चल रही हैं और लोगों को हेलिकॉप्टर से रेस्क्यू किया जा रहा है। सबसे ज्यादा मनंग और सिंधुपालचौक जिले में हालात खराब हैं। देश में राहत और बचावकार्य में सुरक्षाबलों को भी लगाया गया है। एक मीडिया रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है कि जिले में मंगलवार से ही मूसलाधार बारिश हो रही है, जिसके कारण इंद्रावती नदी के बेसिन के निचले इलाकों में पानी भर गया है।
कयास लगाया जा रहा ही कि आने वाले दिनों में मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका है क्योंकि कई लोग अपने लापता परिवार के सदस्यों की शिकायतों के साथ सामने आए हैं। नेपाली सेना और नेपाल पुलिस ने बाढ़ में फंसे कुल 74 लोगों को हेलिकॉप्टर से बचाने का दावा किया है। बाढ़ से लगभग सौ से भी ज्यादा परिवार विस्थापित हो गए हैं जबकि हजार से अधिक परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।