गाजियाबाद। केन्द्रीय आर्य युवक परिषद् के 199 वें वेबिनार के कार्यक्रम में विदेश के अलावा गाजियाबाद, हापुड़, शामली, नोएडा, दिल्ली, फरीदाबाद, नोएडा, अलवर, पानीपत, गुरुग्राम, चंबा, अमृतसर, आस्ट्रेलिया, केन्या आदि से आर्यजनों ने भाग लिया। हमारी जीवन शैली एवं आत्म अवलोकन विषय पर मुख्य वक्ता डॉ. रचना चावला ने कहा कि हमें प्रतिदिन अपने आचार, विचार, व्यवहार और आचरण को परखने की आवश्यकता है तभी हम अपने जीवन में सुधार कर सकते हैं। हम सकारात्मक दृष्टिकोण रखें अपनी कमियां व लोगों की अच्छाई देखने की आदत डालें। केन्द्रीय आर्य युवक परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल आर्य ने कहा कि जीवन शैली, विचार शक्ति में सुधार करके ही व्यक्ति जीवन को ऊंचा उठा सकता है। सोचने की दिशा बदलने से दशा बदली जा सकती है। मुख्य अतिथि डॉ. सुषमा आर्या ने चर्चा को आगे बढ़ाते हुए स्वरचित कविता के माध्यम से सुन्दर संदेश दिया। आस्ट्रेलिया से प्रेम हंस ने तथा केन्या से विमल चड्ढा ने भी इस विषय को स्पष्ट किया। आचार्य विजय भूषण आर्य के पौत्र प्रणित आर्य ने भी एक सुन्दर भजन द्वारा सुन्दर संदेश प्रस्तुत किया। कार्यक्रम अध्यक्ष आचार्य विजय भूषण आर्य द्वारा हमारी जीवन शैली कैसी हो इस पर सारगर्भित विचार प्रस्तुत करते हुए समय का पालन, स्वास्थ्य रक्षा, व्यायाम, खान पान सम्बन्धी सावधानी तथा आत्म अवलोकन कैसे करें, इस पर वेद मंत्रों का सम्बन्ध जोड़ते हुए सुझाव देते हुए कहा कि हम प्रतिदिन आत्म अवलोकन करें और देखें कि हमारे द्वारा कोई दोष तो नहीं हुआ। यदि कोई दोष हो रहा है तो उसका दंड स्वयं ग्रहण करें तभी हम अपने जीवन को सफल एवं सार्थक कर सकेंगे। कार्यक्रम में आचार्य महेंद्र भाई, कृष्णा भाटिया, रविन्द्र गुप्ता, प्रवीना ठक्कर, दीप्ति सपरा, एक छोटे बालक जश्न महला एवं इनकी माता कविता महला, प्रतिभा कटारिया, वीरेन्द्र आहूजा, सौरभ गुप्ता, माता सुलोचना, राजश्री यादव आदि ने अपने भजन एवं विचारों से आर्य जनों का मार्ग दर्शन किया। हीरो ग्रुप की 91 वर्षीय माता संतोष मुंजाल के निधन पर श्रद्धांजलि अर्पित की गई। साथ ही नक्सली हमले में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए आतंकवाद को जड़ से कुचलने की मांग की गई। केन्द्रीय आर्य युवक परिषद उत्तर प्रदेश के महामंत्री प्रवीण आर्य ने धन्यवाद ज्ञापन के साथ शान्तिपाठ से समापन किया।