- अपने ही पिछले रिकॉर्ड को तोड़ने की तैयारी में जुटा स्वास्थ्य विभाग
- पहले महाअभियान में 80 हजार टीके लगाकर सूबे में टॉप कर चुका है जिला
गाजियाबाद। कोविड टीकाकरण के लिए स्वास्थ्य विभाग शुक्रवार यानी आज फिर महाअभियान चला रहा है। स्वास्थ्य विभाग इस बार अपने ही पुराने रिकॉर्ड तोड़ने की तैयारी में जुटा है। बता दें कि तीन अगस्त को शासन के निर्देश पर चलाए गए पहले महाअभियान के दौरान एक दिन में 80 हजार टीके लगाकर पूरे सूबे में जिला अव्वल नंबर पर रहा था। 16 अगस्त को चलाए गए दूसरे महाअभियान में एक दिन में 42 हजार टीके लगाए गए थे। शुक्रवार को तीसरा महाअभियान है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. भवतोष शंखधर ने बताया कि इस बार पहले से अधिक टीकाकरण करने की तैयारी की जा रही है। इसके लिए जनपद में 132 टीकाकरण केंद्र तैयार किए गए हैं। सीएमओ ने कहा कोविड की तीसरी लहर की आशंका के मद्देनजर अधिक से अधिक टीकाकरण किया जाना जरूरी है। ग्रामीण क्षेत्रों में टीकाकरण पर ज्यादा जोर दिया जाएगा। कोविड टीकाकरण के नोडल अधिकारी डा. जीपी मथूरिया ने बताया कि हमारा प्रयास है कि इस बार 80 हजार से अधिक टीकाकरण किया जाए। उन्होंने कहा सीएमओ के निर्देशन में जल्द से जल्द अधिक से अधिक टीकाकरण के प्रयास किए जा रहे हैं ताकि अक्टूबर माह में यदि तीसरी लहर आती है तो उससे पहले अधिक से अधिक लोग प्रतिरक्षित हो सकें। ग्रामीण क्षेत्रों में टीकाकरण बढ़ाने पर जोर दिया जा रहा है। इसके लिए बाकायदा ग्राम पंचायत वार टीकाकरण से वंचित लाभार्थियों की सूची तैयार की गई है ताकि उन्हें टीकाकरण के लिए प्रेरित किया जा सके। इसके लिए आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की मदद ली जा रही है। गर्भवती महिलाओं और छोटे बच्चों के माता-पिता को प्राथमिकता के आधार पर प्रतिरक्षित किए जाने के प्रयास किए जा रहे हैं।
पीकू वार्ड का मॉकड्रिल भी किया जाएगा
शासन के निर्देश पर जिले में शुक्रवार को पीडियाट्रिक इंटेसिव केयर यूनिट (पीकू) वार्ड का मॉकड्रिल भी होगा। मॉकड्रिल के जरिए व्यवस्थाओं के साथ ही स्वास्थ्यकर्मियों के रेस्पांस और व्यवहार को भी परखा जाएगा। सीएमओ डा. भवतोष शंखधर ने बताया जिले में एक साथ दस चिकित्सालयों में पीकू वार्ड का मॉकड्रिल करने की तैयारी की गई है। इनमें संयुक्त जिला चिकित्सालय के अलावा ईएसआईसी-साहिबाबाद, संतोष अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मुरादनगर, मोदीनगर, लोनी और डासना समेत तीन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को भी शामिल किया गया है।