गाजियाबाद। देश-विदेश में अपनी कविताओं, गीत व रचनाओं से लोगों को लुभाने वाले अंतर्राष्टÑीय कवि कुंअर बेचैन भी हम सभी को छोड़कर चले गए। कोरोना के क्रूर पंजों ने उन्हें भी नहीं छोड़ा। वे आज हम सबको दुनिया से विदा हो गए हम और आपको अकेला छोड़ दिया। कुंअर बेचैन भी सिस्टम के फेलियर का कारण बने। जब उनकी हालत खराब हो रही थी तब उन्हें गाजियाबाद में किसी भी अस्पताल में बेड तक नहीं मिला था। कुमार विश्वास के ट्वीट के बाद उन्हें नोएडा के कैलाश अस्पताल में भर्ती कराया गया था लेकिन कोरोना से जंग हार गए। उनके निधन से साहित्य जगत में शोक की लहर दौड़ गई। बेचैन हम सबको बेचैन कर गए। उनकी कविताएं, गीत अमर रहेंगे।