गाजियाबाद। जनपद कोविड के मामलों को देखते हुए जिला प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग नए सिरे से रणनीति बनाने में जुटा हुआ है। जिलाधिकारी एके पांडेय व सीएमओ डा.एनके गुप्ता ने आॅक्सीजन की उपलब्धता को लेकर आईटीएस में बैठक की। संक्रमण लगातार बढ़ रहा है तो कोविड अस्पतालों द्वारा आॅक्सीजन की मांग लगातार बढ़ रही है। कोविड-19 के संक्रमण को देखते हुए पर्याप्त मात्रा में आॅक्सीजन की लगातार आपूर्ति सुनिश्चित कराए जाने के उद्देश्य से उन्होंने आज जनपद में स्थित कोविड डेडिकेट अस्पताल प्रबंधन, आॅक्सीजन उत्पादक कंपनियों एवं आॅक्सीजन सप्लायर्स के साथ एक अहम बैठक की। बैठक में विशेष तौर पर मेडिकल आॅक्सीजन की आपूर्ति की समीक्षा की गई। समीक्षा में जिलाधिकारी द्वारा पाया गया कि इनॉक्स एयर प्रोडक्ट्स आॅक्सीजन प्लांट भोजपुर गाजियाबाद से उत्तर प्रदेश के विभिन्न जनपद एव विभिन्न प्रांतों को आॅक्सीजन सप्लाई की जाती है। जिलाधिकारी ने प्राइवेट अस्पताल प्रबंधन से आए हुए प्रतिनिधियों को निर्देशित किया कि आपातकालीन स्थिति में कोई भी अस्पताल किसी पेशेंट को एडमिट करने से मना नहीं करेगा तथा उसका प्राथमिक उपचार कराना तत्काल शुरू कराएगा एवं जरूरत पड़ने पर आधुनिक फैसिलिटी वाले अस्पताल में शिफ्ट कराएगा। उन्होंने कोविड के नोडल डॉ. आरके गुप्ता को निर्देशित किया कि वह स्वास्थ्य विभाग के समस्त अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारियों के साथ बैठक कर कोविड-19 से संबंधित सामान, वैक्सीन, उपकरण, एंबुलेंस एवं अन्य महत्वपूर्ण बिंदुओं पर उनकी आवश्यकताओं का विवरण प्राप्त कर उपलब्धता कराना सुनिश्चित कराएं ताकि संक्रमण से निपटने के लिए कोई भी चीज की कमी न रह जाए। जिलाधिकारी ने बैठक में संयुक्त आयुक्त उद्योग बीरेंद्र सिंह को निर्देशित किया कि जो भी आॅक्सीजन उत्पादक प्लांट हैं उनसे यह सुनिश्चित करें कि पहले अपने जनपद को, प्रदेश को और इसके बाद अन्य प्रदेशों को आपूर्ति कराना सुनिश्चित कराएं और किसी भी प्रकार की इंडस्ट्रियल आपूर्ति न की जाए, साथ ही जो भी आॅक्सीजन उत्पादन है वो शत-प्रतिशत मेडिकल आॅक्सीजन के रूप में ही किया जाए। उन्होंने संयुक्त आयुक्त उद्योग को निर्देशित किया कि वह प्रतिदिन इनॉक्स आॅक्सीजन प्लांट का भ्रमण करके आॅक्सीजन की उपलब्धता का अनुश्रवण करें, साथ ही राउंड-द-क्लॉक प्लांट पर एक अधिकारी/कर्मचारी की ड्यूटी प्लांट पर लगाए जाना सुनिश्चित कराएंगे। उन्होंने ड्रग इंस्पेक्टर को निर्देशित किया कि आॅक्सीजन सप्लायर को चेक कर लें कि आॅक्सीजन आपूर्ति जो भी प्राप्त हो रही है वो कहां-कहां की जा रही है जिससे कि अगर यह सप्लायर निजी अस्पतालों में आॅक्सीजन निर्धारित दरों से ज्यादा दे रहे हों तो उस पर अंकुश लगाया जा सके। उन्होंने अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी सुनील त्यागी को निर्देशित किया कि प्राइवेट अस्पतालों से समन्वय बनाते हुए कोविड बेड की उपलब्धता एवं अधिभोग की जानकारी रखें एवं इसकी मॉनिटरिंग निरंतर करते रहें। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी अस्मिता लाल, अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी ग्रेटर नोएडा अमनदीप, अपर जिलाधिकारी नगर शैलेंद्र सिंह आदि मौजूद रहे।