गाजियाबाद। जनपद में लगातार बढ़ रही कोरोना संक्रमण के मरीजों की संख्या, आॅक्सीजन की कमी और बेड की अनुपब्धता आदि विषयों को लेकर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की जूम एप पर हुई प्रेस कान्फ्रेंस में कई बातें सामने निकलकर आर्इं। प्रेस कान्फ्रेंस में कई बार तो ऐसा लगा कि आईएमए के सदस्य लोगों की समस्याओं से बेखबर हैं और वही जवाब दे रहे हैं जैसा उन्हें शायद किसी ने बोलने को कहा हो। जिले में एक ऐसे ही निजी अस्पताल को लेकर जब बात की गई तो बताया कि उनके यहां रोजाना चार सौ आॅक्सीजन सिलेंडर की जरूरत है। 123 कोविड बेड वाले इस अस्पताल में रोजाना चार सौ आॅक्सीजन सिलेंडर की आपूर्ति में कोई दिक्कत नहीं आ रही है जबकि दूसरे सेंट जोसफ अस्पताल में केवल 28 बेड पर आॅक्सीजन है और यहां रोजाना तीस सिलेंडर की जरूरत है लेकिन तीस आॅक्सीजन सिलेंडर को प्राप्त करने के लिए उनके प्रबंधन को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी अस्पतालों को 36 घंटे का आॅक्सीजन बैकअप रखने को कहा है लेकिन इस सेंट जोसफ अस्पताल में दो वैंडर आॅक्सीजन की सप्लाई करते हैं लेकिन बुधवार की तड़के आॅक्सीजन लगभग खत्म हो गई थी। आॅक्सीजन सिलेंडर प्राप्त करने के लिए अस्पताल प्रबंधन ने क्या नहीं किया। यदि आधे घंटे और आॅक्सीजन सिलेंडर नहीं मिलते तो कई जान जा सकती थी। उधर, लोहियानगर स्थित गायत्री अस्पताल में स्टाफ की समस्या पैदा हो गई है। स्टाफ नर्स काम पर आने को तैयार नहीं हैं। डॉक्टर आशीष अग्रवाल ने बताया कि स्टाफ की सैलरी बढ़ा दी गई फिर भी आधा स्टाफ ही काम पर आ रहा है। स्टाफ की समस्या यदि खत्म हो जाए तो उन्हें कोई दिक्कत नहीं है। डॉक्टर आशीष अग्रवाल ने बताया कि जिले में आॅक्सीजन की किल्लत दूर करने, बेड की उपलब्धता, जरूरी दवाइयों को लेकर जिलाधिकारी की अध्यक्षता में बैठक हुई। बैठक में इन समस्याओं पर विस्तार से चर्चा की गई। बैठक में पांच सदस्य कमेटी बनाई गई है। कमेटी में नर्सिंग होम एसोसिएशन से, आईएमए से, एडीएम सिटी, डीआई समेत पांच लोग हैं। बेड बढ़ाने के लिए सुझाव दिया गया कि जिले के सभी नर्सिंग होम में उपलब्ध बेडों में से बीस प्रतिशत कोविड मरीजों के लिए आरक्षित किए जाएं जिसे स्वीकार कर लिया गया। डॉक्टर आशीष ने बताया कि जिला प्रशासन इस ओर जरूरी कदम उठाने जा रहा है।