गाजियाबाद। मुरादनगर स्थित आईटीएस डेंटल कॉलेज द्वारा 8वें कॉम्प्रेहैन्सिव इम्प्लांट कोर्स के दूसरे मॉड्यूल का आयोजन सफलतापूर्वक किया गया। इस कोर्स में 4 मॉड्यूल सम्मिलित हंै जो प्रत्येक 4 दिनों के होंगे। इस कार्यक्रम में 52 प्रतिभागियों ने भाग लिया जिनमें निजी दंत चिकित्सक, कॉलेज के पूर्व छात्र, संस्थान के दंत चिकित्सक, एमडीएस के विद्यार्थी और विभिन्न कॉलेजों के अध्यापक शामिल थे। यह कोर्स क्यूंग ही यूनिवर्सिटी, सियोल और सी0एस0एम0 इम्प्लांट्स, साउथ कोरिया के सहयोग से आयोजित किया गया था। यह कार्यक्रम आईटीएस-द एजुकेशन ग्रुप के वाईस चेयरमैन अर्पित चड्ढा के सहयोग से आयोजित किया गया जिसका उद्देश्य मरीजों के बीच इम्प्लांट्स के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाना था जिसके माध्यम से मरीजों के लापता दांतों को इम्प्लांट्स के जरिए लगाया जा सकें एवं रोगी को समग्र उपचार प्रदान कर सकें।
इस पाठ्यक्रम के गेस्ट स्पीकर प्रसिद्ध प्रोस्थोडॉन्टिक्स और इंटरनेशनल की ओपिनियन लीडर, सीएसएम इम्प्लांट्स, डॉ. ध्रुव अरोड़ा एवं प्रसिद्ध ओरल एंड मैक्सिलोफेशियल सर्जन, डॉ. अनुज अग्रवाल थे, जिन्हें ओरल इम्प्लांटोलॉजी के क्षेत्र में व्यापक ज्ञान प्राप्त है और वह नियमित रूप से इस तरह के कोर्स संचालित कर रहे हैं। कार्यक्रम के दौरान डॉ. अग्रवाल ने सभी प्रतिभागियों को बोन ग्राफटिंग और साइनस लिफ्ट प्रक्रियाओं के बारे में पूर्ण रूप से जानकारी प्रदान की। इसके साथ ही प्रतिभागियों के लिए बकरी के सिर पर ब्लॉक ग्राफ्ट प्लेसमेंट के साथ-साथ गाइडेड बोन रिजनरेशन और अस्थायी कृत्रिम दांत लगाने का लाइव डेमोंस्ट्रेशन किया गया। डॉ. अग्रवाल एवं डॉ. ध्रुव कार्यक्रम के दौरान एमडीएस के विद्यार्थियों और अन्य दंत चिकित्सकों को विभिन्न लेक्चर प्रस्तुत किये तथा इसके अतिरिक्त उन्होंने सभी प्रतिभागियों के लिए टांके लगाने की विभिन्न तकनीक, बकरी के सिर पर गाइडेड बोन रिजनरेशन, कनेक्टिव टिश्यू ग्राफ्ट प्लेसमेंट और साइनस लिफ्ट पर एक हैंड्स-आॅन किया।
इसके साथ ही अर्पित चड्ढा ने अपने प्रेरक शब्दों के साथ प्रतिभागियों को बधाई दी और उन्हें प्रोत्साहित भी किया तथा उन्होंने बताया कि संस्थान में नियमित रूप से इस तरह के ज्ञानवर्धक पाठ्यक्रमों का आयोजन करना ही संस्थान का उद्देश्य है। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि दंत चिकित्सा के क्षेत्र में नवीनतम उपचार के तौर-तरीकों के प्रति संस्थान का हमेशा एक प्रगतिशील दृष्टिकोण रहा है। इसलिए छात्रों के ज्ञान को बढ़ाने के संस्थान द्वारा इस जानकारीपूर्ण ओरल इंप्लांटोलॉजी कोर्स का आयोजन किया गया था। इस अवसर पर संस्थान के निदेशक-प्रधानाचार्य डॉ0 देवी चरण शेट्टी के साथ-साथ सभी दंत विभागों के एचओडी एवं दंत चिकित्सक उपस्थित रहे। इस कार्यक्रम के माध्यम से सभी प्रतिभागियों को ओरल इंप्लांटोलॉजी के बारे में नवीनतम ज्ञान प्राप्त हुआ जिसके लिये सभी ने आईटीएस-द एजुकेशन ग्रुप के चेयरमैन डॉ. आरपी चड्ढा तथा वाईस चेयरमैन अर्पित चड्ढा को धन्यवाद दिया।