लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, चरगावा पर 18 वर्ष से अधिक आयु के लोगों के कोविड टीकाकरण कार्य का निरीक्षण किया। उन्होंने बीआरडी मेडिकल कॉलेज में 45 वर्ष से अधिक आयु के लोगों के लिए संचालित कोविड वैक्सीनेशन कार्य का भी निरीक्षण किया। उन्होंने निर्देशित किया कि कोविड वैक्सीनेशन का कार्य प्रभावी ढंग से संचालित किया जाए। इसके पश्चात मुख्यमंत्री ने बीआरडी मेडिकल कॉलेज में आहूत एक उच्चस्तरीय बैठक में कोविड-19 प्रबन्धन के सम्बन्ध में गोरखपुर एवं बस्ती मंडल के कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने जनपद गोरखपुर के अलावा दोनों मंडलों के अन्य जनपदों के जिलाधिकारियों से वर्चुअल बैठक कर जनपदवार कोविड-19 प्रबन्धन की विस्तृत जानकारी प्राप्त की। उन्होंने कहा कि कोविड प्रबन्धन कार्य में लापरवाही क्षम्य नहीं होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार कोविड-19 पर प्रभावी नियंत्रण एवं इसके उपचार के लिए सभी संसाधन उपलब्ध करा रही है। उन्होंने बताया कि गत 30 अप्रैल तक प्रदेश में कोविड-19 के 3 लाख 10 हजार एक्टिव केस थे। 10 मई को 2 लाख 25 हजार एक्टिव केस हैं। इस प्रकार प्रदेश में एक्टिव केस की संख्या में 85 हजार की कमी आयी है। उन्होंने बेड की संख्या बढ़ाने तथा शासन के नियमों का शत-प्रतिशत अनुपालन करने और पीकू को क्रियाशील रखने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने निर्देशित किया कि गांवों को कोरोना संक्रमण से सुरक्षित रखने के उद्देश्य से राज्य सरकार द्वारा प्रदेशव्यापी विशेष जांच अभियान संचालित किया जा रहा है। उन्होंने निर्देशित किया कि इस अभियान के प्रभावी और त्वरित संचालन के लिए सभी जनपदों में निगरानी समितियों तथा आरआरटी की संख्या बढ़ाई जाए। निगरानी समितियों की संख्या में 3 से 4 गुना तक वृद्धि की जाए। उन्होंने आरआरटी को पर्याप्त संख्या में वाहन उपलब्ध कराने के निर्देश भी दिये।
मुख्यमंत्री ने कहा कि लक्षणयुक्त तथा संक्रमण की दृष्टि से संदिग्ध सभी लोगों को निगरानी समितियों के माध्यम से मेडिकल किट वितरित की जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि मेडिकल किट में सभी निर्धारित दवाएं अनिवार्य रूप से हों। राज्य सरकार द्वारा मेडिकल किट की पर्याप्त दवा हर जनपद में उपलब्ध करायी गयी है। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि अस्पतालों में आॅक्सीजन आॅडिट कराया जाना नितान्त आवश्यक है। इसलिए आॅक्सीजन आॅडिट हर हाल में करायी जाए तथा यह सुनिश्चित किया जाए कि इसकी वेस्टेज न होने पाए। कहीं भी आॅक्सीजन की कालाबाजारी नहीं होनी चाहिए। इसकी निरन्तर जांच की जाए। आॅक्सीजन की कालाबाजारी करने वाले लोगों के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही सुनिश्चित की जाए। उन्होंने टेस्टिंग कार्य को पूरी क्षमता से संचालित करने के निर्देश दिये।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड अस्पतालों में सीसीटीवी कैमरे लगाये जाएं। प्रत्येक जनपद में पिछले 24 घंटे के अन्दर सामने आए कोविड पॉजिटिव के नये मामलों, संक्रमण से स्वस्थ हुए मरीजों तथा एक्टिव केस आदि की प्रतिदिन समीक्षा की जाये। उन्होंने कहा कि कॉन्टेक्ट टेÑसिंग प्रभावी ढंग से की जाए। गोरखपुर एवं बस्ती मण्डल की समीक्षा के पश्चात मुख्यमंत्री ने एम्स का निरीक्षण कर वहां पर बोइंग कंपनी के सहयोग से कोविड हॉस्पिटल की स्थापना के बारे में जानकारी प्राप्त की।
इस अवसर पर सांसद रविकिशन, कमलेश पासवान एवं जयप्रकाश निषाद, विधायक विपिन सिंह, संगीता यादव, महेन्द्रपाल सिंह, संत प्रसाद, शीतल पाण्डेय अधिकारी मौजूद रहे।