गाजियाबाद। आजकल बुखार, जुकाम, गले में जकड़न और पूरे शरीर में एठन है तो जाहिर तौर पर किसी को भी कोविड-19 की आशंका होना स्वभाविक है। लेकिन इस समय मौसम बदल रहा है। दिन में गर्मी और सुबह-शाम मौसम ठंडा हो जाता है। यह मौसम वायरल बुखार के लिए भी बड़ा माकूल होता है और मौसम का संधिकाल कहे जाने वाले इस मौसम में बुखार-जुकाम होना आम बात है। हापुड़ की मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. रेखा शर्मा ने कहा कि केवल बुखार आने भर से यह मानकर तनाव न लें कि कोरोना ने घेर लिया है। बुखार आने पर चिकित्सक से परामर्श लें। कोविड के मामले बढ़ने से अस्पतालों का जो हाल हो गया, उसमें जरूरी है कि जब तक बहुत जरूरी न हो, अस्पताल जाने से बचें और प्रयास करें कि चिकित्सक से टेलीफोन पर ही परामर्श मिल जाए। चिकित्सक के परामर्श पर मेडिकल स्टोर से दवा लें या फिर दवा भी आॅनलाइन मंगा लें तो ज्यादा बेहतर है। तीन-चार दिन तक बुखार में आराम न मिले तो चिकित्सक की सलाह पर कोरोना जांच कराएं। सामान्य परिस्थितियों में भी घर से बाहर निकलें तो मास्क जरूर लगाएं और एक दूसरे से दो गज की दूरी बनाकर रखें। जुकाम या बुखार होने पर घर में भी मॉस्क लगाकर रहें और प्रयास करें की परिवार के अन्य सदस्यों से अलग कमरे में रहें। केवल कोरोना संक्रमण ही सांस के जरिए नहीं फैलता, बल्कि वायरल भी सांस के जरिए फैलता है। इसलिए जरूरी है कि सामान्य वायरल होने पर भी पूरी सावधानी बरतें। मौजूदा परिस्थितियों में यह और भी जरूरी इसलिए हो जाता है कि कोविड के चलते ओपीडी सेवाएं बाधित चल रही हैं और अस्पतालों में जाना संक्रमण को बुलावा देने जैसा है। डा. रेखा शर्मा ने कहा इन दिनों हमें ज्यादा सयंमित रहने की जरूरत है। थोड़ी सी भी तकलीफ होने पर घरेलू उपचार शुरू कर दें। पीने के लिए गुनगुने पानी का इस्तेमाल करें। दिन में एक बार भाप अवश्य लें। यह हमारे नाक, गले और यहां तक कि फेफड़ों को भी सैनिटाइज करने जैसा होता है। जुकाम या बुखार होने पर रोजाना तीन से चार बार तक भाप लें। खानपान का ध्यान रखें और घर के अंदर ही सही, नियमित रूप से व्यायाम करें। खासकर सांस के व्यायाम जरूर करें।