- टीकाकरण के लिए आशा घर-घर पहुंचाएंगी बुलावा पर्ची
- टीकाकरण के लिए हर राजस्व ग्राम में गठित होंगी मोबिलाइजेशन टीम
- जुलाई में क्लस्टर बनाकर किया जाएगा टीकाकरण
गाजियाबाद। अगले माह से कोविड टीकाकरण की रफ़्तार में तेजी लाने के लिए स्वास्थ्य विभाग 20 हजार की आबादी पर क्लस्टर बनाएगा। हर क्लस्टर में टीकाकरण बूथ बनाया जाएगा और उस क्षेत्र में रहने वाले लाभार्थियों को बूथ पर आने के लिए पर्ची दी जाएगी। मतदाता पर्ची की तर्ज पर बुलावा पर्ची तैयार करने के लिए गांव के प्रधान, शिक्षक, आशा और आंगनबाड़ी की टीम होगी जो मोबिलाइजेशन टीम का काम करेगी। जैसे मतदाता पर्ची में मतदान का स्थल और तारीख लिखी होती है ठीक उसी तरह बुलावा पर्ची में टीकाकरण बूथ और तारीख की जानकारी होगी। मोबिलाइजेशन टीम लोगों के मन से टीके के प्रति पैदा हुई भ्रांतियों को दूर करेगी और बूथ पर लाकर टीकाकरण कराएगी। प्रदेश के अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद की ओर से इस बारे में सभी मंडलायुक्त, जिलाधिकारी, मंडलीय अपर निदेशक और मुख्य चिकित्सा अधिकारी को पत्र भेजा गया है। सीएमओ डा. एनके गुप्ता ने बताया टीकाकरण की रफ्तार तेज करने के लिए शासनादेश प्राप्त हो गए हैं। टीकाकरण के प्रति लाभार्थियों को प्रेरित करने के लिए ग्राम प्रधान, लेखपाल, आशा व आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक, पंचायत सेक्रेटरी और युवक मंगल दल, महिला मंगल दल का भी सहयोग लिया जाएगा। ग्रामीण क्षेत्रों के लिए विकास खंड को तथा शहरी क्षेत्र में शहरी निकाय को इकाई के रूप में लेकर कार्ययोजना बनानी है। इन इकाइयों को क्लस्टर्स में इस तरह से विभाजित किया जाएगा ताकि एक माह के अन्दर टीकाकरण टीमें सभी क्लस्टर्स में पहुंच जाए। क्लस्टर में चल टीमों के द्वारा टीकाकरण के अतिरिक्त अस्पतालों, आरोग्य व स्वास्थ्य केन्द्रों एवं अन्य भवनों पर स्थिर टीकाकरण स्टेटिक केन्द्रों के माध्यम से भी टीका लगाया जाएगा। क्लस्टर में टीकाकरण करने वाली टीमों के समूह को क्लस्टर वैक्सीनेशन ग्रुप कहा जाएगा। राजस्व ग्राम में टीकाकरण के प्रति जागरूकता लाने और अनुकूल वातावरण बनाने वाली टीम को मोबिलाइजेशन टीम कहा जाएगा और किसी क्लस्टर के सभी राजस्व ग्रामों की टीमों के समूह को क्लस्टर मोबिलाइजेशन ग्रुप कहा जाएगा। कार्ययोजना के मुताबिक प्रत्येक क्लस्टर के लिए टीकाकरण की तिथियों एवं स्थान पूर्व से ही घोषित कर दिए जायेंगे। इन सभी स्थलों पर वहीं पर रजिस्ट्रेशन करने की सुविधा होगी और घर के नजदीक ही केंद्र बनाकर टीकाकरण किया जाएगा। इसके लिए उपयुक्त भवनों जैसे पंचायत घरए विद्यालय भवन या अन्य परिसर का उपयोग होगा। क्लस्टर में टीकाकरण टीम के पहुँचने से पहले मोबिलाइजेशन टीम तीन दिन तक लोगों को वैक्सीन व वैक्सीनेशन के बारे में जानकारी देने के साथ ही संशय मिटाने का काम करेगी। विकासखंड के राजस्व ग्रामों के मुताबिक क्लस्टर बनाए जायेंगे। यह भी ध्यान रखा जाएगा कि हर क्लस्टर में 18 साल से अधिक उम्र के लोगों की आबादी करीब . करीब समान हो ताकि चार से छह दिन में उन सभी का टीकाकरण किया जा सके। उसी के मुताबिक टीकाकरण टीम भी बनेंगी और भौगोलिक स्थिति का भी ख्याल रखा जाएगा। क्लस्टर के विभाजन में मतदाता सूची भी सहायक हो सकती है। उसी के मुताबिक आशा के माध्यम से लोगों के घरों पर श्बुलावा पर्चीश् मिलेगीए जिसमें टीकाकरण तिथि और स्थान का उल्लेख होगा।
हर राजस्व ग्राम में गठित होगी मोबिलाइजेशन टीम
क्लस्टर में टीकाकरण के लिए अनुकूल वातावरण तैयार करने के लिए हर राजस्व ग्राम में मोबीलाइजेशन टीम बनेगी, जिसमें ग्राम प्रधान, लेखपाल, आशा-आंगनबाड़ी, प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक, पंचायत सेक्रेटरी और युवक मंगल दल, महिला मंगल दल के सदस्य शामिल होंगे। इनका काम टीकाकरण को लेकर बनी संशय की स्थिति को दूर करना और टीकाकरण के लिए प्रेरित करना होगा।
प्रतिकूल परिस्थिति के लिए होगी क्यूआरटी टीम
क्लस्टर में टीकाकरण के दौरान किसी प्रकार की प्रतिकूल घटना एईएफआई के प्रबन्धन के लिए दो क्विक रेस्पांस टीम क्यूआरटी लगायी जायेंगी। इन दो टीमों के समूह को क्लस्टर रेस्पांस टीम सीआरटी कहा जाएगा। टीम के पास वाहन की व्यवस्था होगी और जरूरी दवाएं भी मौजूद होंगी। टीकाकरण के बाद व्यक्ति में किसी भी प्रतिकूल परिस्थिति में 108 एम्बुलेंस को तत्काल बुलाया जाएगा और सम्बंधित को ब्लाक स्तरीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर पहुंचाया जाएगा।