गाजियाबाद। गाजियाबाद के नाम से गाजी शब्द हटाने की मांग को लेकर समाजिक संस्था रसम द्वारा चलाया जा रहा अभियान गति पकड़ रहा है। गाजियाबाद का नाम बदलने की मांग को लेकर रसम के पदाधिकारियों द्वारा मुख्यमंत्री को भी पत्र भेजा जा चुका है। बुधवार को रसम संस्था के पदाधिकारियों व अन्य लोगों ने जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन कर डीएम को ज्ञापन सौंपा। जिलाधिकारी को दिए गए ज्ञापन में कहा गया है कि भगवान दूधेश्वरनाथ की पौराणिक पवित्र भूमि जिसका महाभारत कालीन नाम गजप्रस्थ नगर है, वर्तमान समय में गाजियाबाद के नाम से जाना जाता है। शहर के लोग भी गाजियाबाद का नाम बदलने का समर्थन कर रहे हैं। सामाजिक, व्यापारिक व नागरिक संगठन नाम परिवर्तन करने को लेकर मुख्यमंत्री से निवेदन कर चुके हैं। विधायक सुनील शर्मा, प्रदेश के स्वास्थ्य राज्यमंत्री अतुल गर्ग, विधायक अजीत पाल त्यागी, मंजू शिवाच, नंदकिशोर गुर्जर, स्थानीय सांसद वी.के सिंह, राज्यसभा सांसद अनिल अग्रवाल को भी पत्र दिए गए हैं। बिना किसी दबाव के अभियान से जुड़े लोग अपने निवास स्थानों व व्यापारिक प्रतिष्ठानों पर अपना पता लिखते समय जिला गजप्रस्थ नगर लिखना प्रारम्भ कर रहे हैं। उन्होंने जिलाधिकारी से मांग की है कि उक्त के संबंध में डाक विभाग को भी सूचित किया जाए ताकि बाहर से आने वाली डाक समुचित रुप से मिल सके।