नई दिल्ली। आजकल की भागदौड़ भरी ज़िंदगी में हमें अपने लिए या एक अच्छी लाइफस्टाइल के लिए वक्त ही नहीं मिल पाता है। कोरोना वायरस महामारी को ख़त्म करना आपके हाथ में नहीं है, लेकिन अपनी ज़िंदगी को फिर पटरी पर लाने का काम आप कर सकते हैं। इस दबाव और नकारात्मक दौर से निकलने के लिए आपको अपनी लाइफस्टाइल में कुछ बदलाव करने होंगे। आयुर्वेद में सुबह के कुछ ऐसे नियम बताएं हैं, जो न सिर्फ आपकी लाइफस्टाइल को बेहतर बना सकते हैं बल्कि आप में आत्मविश्वास, अनुशासन और संतुलन भी पैदा कर सकते हैं। तो आइए जानते हैं इन नियमों के बारे में।
शोधकर्ताओं का कहना है कि हमारी भूख पांच तरह की होती है जो यह सुनिश्चित करने के लिए मिलकर काम करती है कि हमें विशिष्ट मात्रा में पोषक तत्व मिलते रहे। इन पोषक तत्वों की जरूरत हमारे शरीर को कुशलता से काम करने के लिए होती है।
अकसर देखने में आता है कि हम न चाहते हुए भी ओवरईटिंग कर जाते हैं।
शोधकर्ताओं का मानना है कि अल्ट्रा-प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों में आमतौर पर ऐसे तत्व होते हैं जिन्हें आप घर पर खाना बनाते समय नहीं मिलाते हैं जैसे रसायन, रंग, मिठास, स्टेबलाइजर्स। यह ब्रेड और अनाज से लेकर तैयार भोजन और पुनर्गठित मांस तक सभी प्रकार के उत्पादों में पाए जा सकते हैं।
जितना अधिक अति-प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थ हम खाते हैं, उतनी ही अधिक कैलोरी हमें अपने निर्धारित प्रोटीन के लक्ष्य तक पहुंचने के लिए उपभोग करने की आवश्यकता होती है। और हम स्वाभाविक रूप से उस लक्ष्य की ओर बढ़ते हैं, भले ही उस तक पहुंचने के लिए अतिरिक्त कार्ब्स और वसा का सेवन करना हो।
शोधकर्ताओं का मानना है कि अल्ट्रा-प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थ हमें मोटा बनाते हैं, लेकिन इसलिए नहीं कि हमारे पास वसा और कार्ब्स के लिए मजबूत भूख है, जैसा कि अक्सर माना जाता है।
ऐसा इसलिए है क्योंकि प्रोटीन के लिए हमारी भूख वसा और कार्ब सेवन को सीमित करने की हमारी क्षमता से अधिक मजबूत है। इसलिए, जब प्रोटीन वसा और कार्ब्स द्वारा डाइल्यूट हो जाता है है, तो इसके लिए हमारी भूख उन तंत्रों पर हावी हो जाती है जो आम तौर पर हमें वसा और कार्ब्स खाना बंद करने के लिए कहते हैं’
उसी तरह, यदि आप लगातार अपनी सब्जियों को मांस के साथ बदल रहे हैं, तो प्रोटीन पर ओवरबोर्ड जाने से इसके नुकसान हो सकते हैं। बहुत अधिक प्रोटीन आहार न केवल कैलोरी सेवन को प्रतिबंधित करेगा, बल्कि सूक्ष्म पोषक तत्व और खनिज सेवन भी कम करेगा। इसके परिणामस्वरूप चयापचय की धीमी गति और प्रतिरक्षा प्रणाली के कमजोर होने के रूप में हो सकता है।
प्रत्येक भोजन में मैक्रोन्यूट्रिएंट्स – यानी प्रोटीन, कार्ब्स और वसा के संतुलन का लक्ष्य रखें। डाक्टरों का कहना है कि शरीर के ऊतकों के निर्माण और मरम्मत के लिए प्रोटीन का उपयोग किया जाता है। कार्ब्स ऊर्जा देते हैं, वसा धीमी गति से निकलने वाली ऊर्जा और वसा में घुलनशील सूक्ष्म पोषक तत्व और खनिज प्रदान करते हैं।
जल्दी-जल्दी बड़े कौर न खाएं
आपके मस्तिष्क को यह बताने में 10 से 15 मिनट लगते हैं कि आप भरे हुए हैं। इसलिए खाने को धीरे-धीरे चबाकर खाएं। एक साथ जल्दी खाने की कोशिश न करें। डाक्टरों का कहना है कि आहार जो अच्छी तरह से संतुलित होते हैं, उन खाद्य पदार्थों को लेने के बिना तृप्ति की अनुमति देते हैं जिनमें उच्च कैलोरी होती हैं, जैसे कि कार्बोहाइड्रेट और वसा।
जल्दी उठें
आपने यह बाद कई बार सुनी होगी कि सुबह जल्दी उठने से आपकी सेहत और मूड पर अच्छा असर पड़ता है। आयुर्वेद में भी सुबह जल्दी उठने की सलाह दी गई है।
पेट रखें साफ
आयुर्वेद में रात में सोने से पेट साफ होने को अच्छा माना गया है। रात के समय पेट साफ हो जाने से शरीर से सारे टॉक्सिन्स बाहर निकल जाते। आयुर्वेद में एक बार सुबह और फिर एक बार रात को पेट साफ करने की सलाह दी जाती है। सुबह पेट साफ होने से आप हल्का महसूस करते हैं, वहीं रात में पेट साफ हो जाए को नींद अच्छी आती है।
दांतों करें साफ
सुबह उठकर दांतों को साफ करना बेहद ज़रूरी होता है। आयुर्वेद में दांत और जीफ साफ करने का खास महत्व है। सुबह पहले अच्छी तरह से ब्रश करें और फिर जीभ को भी साफ करें। मुंह की सफाई होना बेहद ज़रूरी है, इससे कई सारे बैक्टीरिया जो कई बीमारियों को जन्म दे सकते हैं ख़त्म हो जाते हैं।
चेहरे को पानी से धोएं
सुबह जल्दी उठने के बाद सबसे पहले अपना चेहरा और आंखें पानी से धोएं। इसे आयुर्वेद में एक अच्छा व्यायाम माना गया है।
व्यायाम
सुबह उठकर व्यायाम ज़रूर करें। इससे न सिर्फ आप तरोताज़ा महसूस करते हैं, बल्कि आपका सारा दिन मूड भी अच्छा रहता है। सुबह-सुबह योग या एक्सरसाइज़ के साथ ध्यान करने से आपका मन शांत रहता है और आप सुकून महसूस करते हैं।
ब्रेकफास्ट
सुबह का सबसे पहला भोजन हेल्दी के साथ समय पर होना ज़रूरी है। सुबह के नाश्ते में ताज़ा फल या जूस ज़रूर लें। इसके अलावा ड्राई-फ्रूट्स, अंडे, कॉर्नफ्लेक्स, पोहा, दलिया जैसी हेल्दी चीज़ें खाएं, ताकि दिन भर आपको एनर्जी मिलती रहे।