- जुलाई के प्रथम सप्ताह में वन महोत्सव का होगा शुभारंभ
- प्रत्येक जनपद में एक औषधि वाटिका की स्थापना की सम्भावनाओं पर कार्य किया जाए
- 100 वर्षों से अधिक आयु के वृक्षों को चिन्हित कर उन्हें हेरिटेज ट्री के रूप में संरक्षित किया जाए
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने जुलाई के प्रथम सप्ताह में वन महोत्सव के अवसर पर पूरे प्रदेश में 30 करोड़ वृक्षारोपण के लक्ष्य को सफल बनाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए समयबद्ध ढंग से तैयारी करते हुए सभी सम्बन्धित विभागों के साथ समन्वय बनाकर कार्यवाही की जाए। सभी सम्बन्धित विभाग, वन विभाग के साथ मिलकर अपनी कार्य योजना पर तेजी से कार्यवाही करें। उन्होंने कहा कि वृक्षारोपण जन आन्दोलन-2021 के कार्यक्रम को कोविड प्रोटोकॉल और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए सम्पादित किया जाए। मुख्यमंत्री ने अपने सरकारी आवास पर 30 करोड़ वृक्षारोपण अभियान की तैयारियों एवं प्रगति के सम्बन्ध में समीक्षा बैठक की। उन्होंने कहा कि समय रहते पौधों की नर्सरी और गड्ढों की खुदाई की कार्य को पूरा कर लिया जाए। वृक्षारोपण के लिए पौधों का चयन करते समय इस बात का विशेष ध्यान रखा जाए कि वे पर्यावरण, मानव व समाज के हित की दृष्टि से अनुकूल, उत्तम और उपयोगी हों। इस सन्दर्भ में उन्होंने बरगद, पीपल, पाकड़, नीम, आम, जामुन, सहजन, सागौन, इमली आदि प्रजातियों सहित फलदार, छायादार तथा औषधीय वृक्षों के रोपण पर बल दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के वनावरण व वृक्षावरण में वृद्धि होने से जैव विविधता का संरक्षण एवं विकास होगा। उन्होंने वृक्षारोपण अभियान में व्यापक जनजागरूकता व जनसहभागिता सुनिश्चित किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि वृक्षारोपण अभियान के तहत अनिवार्य रूप से जियो टैगिंग सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि लक्ष्यों के आवंटन के अनुसार कार्यों का अनुश्रवण हो। मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्यावरण, प्राकृतिक संतुलन एवं जल संरक्षण के लिए वृक्षारोपण की आवश्यकता है। उन्होंने 30 करोड़ वृक्षारोपण के लिए रणनीति बनाते हुए ग्राम पंचायतों, शहरी क्षेत्रों, रोपण क्षमता, वृक्षों की प्रजातियों, स्थलों व लाभार्थियों को चिन्ह्ति करने के निर्देश दिए। वृक्षारोपण एक्सप्रेस-वे, हाई-वे, सड़क, नहर, औद्योगिक परिसर, राजकीय भूमि सहित अन्य उपयुक्त स्थलों पर किया जाए। उन्होंने कहा कि प्रत्येक जनपद में एक औषधि वाटिका की स्थापना की सम्भावनाओं पर कार्य किया जाए। मुख्यमंत्री ने वृक्षारोपण के लक्ष्य को सफल बनाने के लिए कृषि, ग्राम्य विकास, पंचायतीराज व शिक्षा विभागों की महत्वपूर्ण भूमिका पर बल देते हुए कहा कि किसानों व ग्रामीणों को अधिक से अधिक प्रेरित किया। उन्होंने वृक्षारोपण अभियान में राजकीय विभागों तथा सामाजिक संस्थाओं के साथ-साथ नौजवानों, व्यापारियों, स्वयंसेवी संगठनों, जनप्रतिनिधियों को जोड़ते हुए उनकी सहभागिता सुनिश्चित किए जाने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह भी सुनिश्चित किया जाए कि जो पौधे रोपित किए जाएं, उनकी पूरी देखभाल व सुरक्षा हो, ट्री गार्ड की व्यवस्था हो। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 100 वर्षों से अधिक आयु के वृक्षों को चिन्हित कर उन्हें हेरिटेज ट्री के रूप में संरक्षित किया जाए। वन एवं पर्यावरण मंत्री श्री दारा सिंह चौहान ने कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देशों के क्रम में वृक्षारोपण जन आन्दोलन-2021 की तैयारियां समयबद्ध ढंग से सुनिश्चित की जा रही हैं। उत्तर प्रदेश विगत वर्षों में सर्वाधिक वृक्षारोपण करने वाला राज्य बना है। हेरिटेज ट्री के चयन और संरक्षण के सम्बन्ध में कार्य किया जा रहा है। वृक्षारोपण हेतु विश्व रिकॉर्ड बना है। उत्तर प्रदेश का नाम गिनीज बुक आॅफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में दर्ज हुआ है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री जी को वन एवं पर्यावरण मंत्री ने स्मृति चिन्ह् भेंट किया। अधिकारियों ने मुख्यमंत्री जी को अवगत कराया कि वृक्षारोपण जन आन्दोलन-2021 के तहत 30 करोड़ पौधों को रोपित करने के लक्ष्य में वन विभाग10.80 करोड़, ग्राम्य विकास विभाग 10.56 करोड़, कृषि विभाग 2.01 करोड़, उद्यान विभाग 1.33 करोड़, पंचायतीराज विभाग 1.20 करोड़, राजस्व विभाग 1.20 करोड़, पर्यावरण विभाग 1.20 करोड़ पौधरोपण शामिल हैं। सभी सम्बन्धित विभागों के लक्ष्यों के अनुसार पौध तैयार कर उपलब्ध करायी जा रही है। बैठक के दौरान मुख्य सचिव आरके तिवारी, अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी, अपर मुख्य सचिव ग्राम्य विकास एवं पंचायतीराज मनोज कुमार सिंह, अपर मुख्य सचिव वन एवं पर्यावरण मनोज सिंह, अपर मुख्य सचिव कृषि देवेश चतुर्वेदी, सचिव मुख्यमंत्री आलोक कुमार आदि मौजूद रहे।