नई दिल्ली। रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) के अधिकारियों ने बताया कि भारत ने ओडिशा के बालासोर के तट पर आकाश NG का टेस्ट फायर किया जो सफल रहा है। बीते दो दिनों में 30 किमी की रेंज में मार करने वाली यह दूसरी मिसाइल का टेस्ट फायरिंग है। DRDO, BDL, BEL, भारतीय वायु सेना और देश के रक्षा उद्योग को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सफल परीक्षण के लिए शुभकामनाएं दी हैं।
भारत के रक्षा क्षेत्र को और मजबूत बनाने में एक अहम कदम लिया गया। इस मिसाइल डिफेंस सिस्टम को हैदराबाद स्थित DRDL में विकसित किया गया है। इसमें DRDO की प्रयोगशालाओं की भी सहायता ली गई है। जहां से इस परीक्षण को किया गया वहां सभी उपकरण जैसे मल्टीफंक्शन रडार, कमांड, कंट्रोल एंड कम्युनिकेशन सिस्टम और लॉन्चर मौजूद थे।
21 जुलाई को भी आत्मनिर्भर भारत के तहत DRDO ने स्वदेश निर्मित कम वजन वाले पोर्टेबल एंटीटैंक मिसाइल का परीक्षण किया था। पिछले साल दिसंबर में सरकार ने आकाश मिसाइलों के निर्यात की अनुमति दे दी थी और विभिन्न देशों को इसकी बिक्री के लिए उच्च-स्तरीय समिति का गठन किया था।
ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने ट्वीट कर कहा कि ओडिशा तट पर स्थित समेकित परीक्षण केन्द्र से आकाश मिसाइल के नये संस्करण के सफल परीक्षण पर DRDO को बधाई। इस सफल परीक्षण के साथ ही सेना द्वारा इसके निर्माण का रास्ता साफ हो गया है। इस मिसाइल के साथ ही भारतीय सेना की क्षमता बढ़ गई है।