गाजियाबाद। कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने में जिला प्रशासन की टीम दिनरात लगी हुई है। जिले के नोडल अधिकारी सेंथिल पांडियन सी लगातार स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर किए गए इंतजामों की समीक्षा कर रहे हैं और भौतिक निरीक्षण भी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अधिक आबादी वाले गांवों आसपास आइसोलेशन सेंटर बनाए जा रहे हैं जहां खाने पीने इत्यादि की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। उन्होंने कहा कि जिनके घरों पर आईसोलेशन होने की सुविधा नहीं है, वे लोग यहां आकर रह सकते हैं। मुख्य विकास अधिकारी अस्मिता लाल ने बताया है कि कोविड-19 प्रभारी नोडल सेंथिल पांडियन सी के निर्देशन में सामुदायिक केंद्र आईसोलेशन केंद्र बनाए जा रहे हैं। जिन गांवों की जनसंख्या अधिक है, वहां आईसोलेशन सेंटर बनाए जाएंगे, जैसा कि वर्तमान में सामुदायिक केंद्र डासना में एक आईसोलेशन केंद्र बनाया गया है। इसी प्रकार जिन गांव में घनी आबादी रहेगी, वहां पर भी आईसोलेशन सेंटर बनाए जाएंगे। उन्होंने बताया कि गांव में जिनके घरों पर आईसोलेशन होने की सुविधा नहीं है, उनके लिए यह आईसोलेशन सेंटर बनाए जा रहे हैं। यह आईसोलेशन सेंटर इसलिए बनाया जा रहे है कि वह अपने परिवार से थोड़े समय के लिए अलग रह सकें और कोरोनावायरस से उनकी फैमिली को बचाया जा सके। आईसोलेशन सेंटरों में बेड, वॉशरूम और खाने की मूलभूत सुविधाएं होंगी।