नई दिल्ली। नींद की क्वालिटी सीधे आपके मानसिक और शारीरिक सेहत और आपकी प्रोडक्टिविटी, इमोशनल बैलेंस, दिमाग और दिल की सेहत, प्रतिरक्षा प्रणाली, क्रिएटिविटी, जीवन शक्ति और यहां तक कि आपके वजन से लेकर आपकी रोजाना ज़िन्दगी को भी प्रभावित करती है। बॉडी भी एक मशीन की तरह है जिसमे टूट- फूट होती रहती है और इसकी रिपेयर तब होती है जब आप नींद में होतें हैं।
नींद सिर्फ एक ऐसा समय नहीं है जब आपकी बॉडी रिलैक्स होती है बल्कि यह वो समय है जब पूरे दिन के काम काज के बाद आपकी बॉडी के अन्दर के सारे जेविक रखरखाव कार्य हो रहे होते है। अगर हम पर्याप्त नींद लिए बिना रहें, तो हम अपनी अपनी वास्तविक क्षमता के हिसाब से काम या संवाद नहीं कर पाएंगे।
- नवजात शिशु- 3 महीने – 14 से 17 घंटे
- 4 से 11 महीने – 12 से 15 घंटे
- 1 से 2 साल – 11 से 14 घंटे
- 3 से 5 साल – 10 से 13 घंटे
- 6 से 13 साल – 9 – 11 घंटे
- 14 से 17 साल – 8 – 10 घंटे
- युवा वयस्क (18 से 25 वर्ष) 7 – 9 घंटे
- वयस्क (26 से 64 वर्ष पुराना) 7 – 9 घंटे
- वृद्ध वयस्क (65+) 7 – 8 घंटे
पिछले डेढ़ सालों की महामारी के दौरान पूरी दुनिया में लोग तनाव और अनिद्रा की समस्या से जूझ रहे हैं, जो उनकी सेहत के लिए बहुत नुकसानदेह है। अमेरिका की ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिक के अनुसार कोरोना संकट के बाद ब्रिटेन और अमेरिका सहित पूरी दुनिया में प्री-डायबिटीक लोगों की संख्या बहुत तेजी से बढ़ रही है। जो लोग सात घंटे से कम नींद लेते हैं, उनमें ओबेसिटी और शुगर लेवल बढ़ने के नए मामले सामने आ रहे हैं।
लंदन के किंग्स कॉलेज में हुए ताज़ा अध्ययन से भी यह तथ्य सामने आया है कि अनिद्रा की समस्या से ग्रस्त लोग रोजाना सामान्य से लगभग 30 प्रतिशत अधिक कैलोरी का सेवन करते हैं। तनाव की मनोदशा में उन्हें मीठी और वसायुक्त चीज़ें मसलन मिठाई, चॉकलेट और सॉफ्ट ड्रिंक्स आदि ज्यादा आकर्षित करती हैं। इसके अलावा तनाव और अनिद्रा के कारण शरीर में कॉर्टिसोल हॉर्मोन का स्तर बढ़ जाता है, ऐसी अवस्था में इंसुलिन सही ढंग से काम नहीं कर पाता, जिससे शरीर में शुगर लेवल बढ़ जाता है। इससे बचाव के लिए सात घंटे की नींद, नियमित एक्सरसाइज़ और संयमित खानपान अपनाना जरूरी है।
पर्याप्त नींद लेकर आप न सिर्फ डायबिटीज़ बल्कि और भी कई सेहत संबंधी समस्याओं से बचे रहे सकते हैं। इसके अलावा फाइबर रिच फूड्स को जरूर अपने भोजन में शामिल करें। भोजन में कार्बोहाइड्रेट की मात्रा कम कर दें। मीठी चीज़ों का सेवन बिल्कुल बंद कर दें और साथ ही योग, व्यायाम को जरूर अपने रूटीन का हिस्सा बनाएं। अगर आप इन सभी चीज़ों का पालन करेंगे तो शुगर को कंट्रोल करना नामुमकिन बात नहीं।