गाजियाबाद। जिले में बच्चो चोर गिरोह सक्रिय है, इसके कई प्रमाण पुलिस को मिल चुके हैं। जिले के अलग-अलग थाना क्षेत्रों से पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार भी कर चुकी है। ताजा मामला लोनी का है। लोनी की डाबर तालाब कॉलोनी से दस दिन पूर्व गायब हुए बच्चे को पुलिस ने लखनऊ से बरामद किया है। पुलिस के अनुसार बच्चे को साढ़े पांच लाख रुपए में बेचा गया था। पुलिस इस मामले में अब तक आठ महिलाओं समेत 11 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर चुकी है जबकि गिरोह के तीन सदस्य अभी भी फरार हैं। पुलिस ने बरामद किए गए बच्चे को दंपति के सुपुर्द कर दिया है।
जानकारी के अनुसार गत 12 मई को डाबर तालाब कालोनी निवासी एक दंपति ने आरोप लगाया था उनका बच्चा चोरी कर लिया गया है। पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर मामले की छानबीन शुरू कर दी थी। पुलिस को जांच में दंपति द्वारा बच्चा बेचने की बात भी सामने आई। पुलिस ने दंपति, उनके रिश्तेदारों से पूछताछ की। पुलिस क्षेत्राधिकारी अतुल कुमार सोनकर ने बताया कि जांच में कुछ अन्य नाम प्रकाश में आए जिन्हें हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। पूछताछ में बच्चे को लखनऊ निवासी एक दंपति को साढ़े़ पांच लाख रुपये में बेचे जाना पता चला। बच्चे की बरामदगी के लिए पुलिस टीम लखनऊ रवाना की गई थी। देर रात पुलिस बच्चे को लेकर लोनी पहुंची। पुलिस ने बताया कि बच्चा चोर गिरोह के 11 आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है। तीन सदस्य फिलहाल पुलिस गिरफ्त से बाहर हैं। उनकी गिरफ्तारी के लिए संभावित स्थानों पर दबिश दी जा रही है। लखनऊ के थाना आलमबाग के मधुबन नगर निवासी आलोक अग्निहोत्री, विजय निवासी वाहिद, उस्मान कालोनी डासना निवासी तरमीम, मोनी उर्फ मोनिका व रूबिना, वजीराबाद दिल्ली निवासी प्रीति, विकासपुरी दिल्ली निवासी सरोज, द्वारका दिल्ली निवासी ज्योति, बुद्ध विहार दिल्ली निवासी सरोज, तिलक नगर दिल्ली निवासी असमीत कौर उसके पति गुरमीत को गिरफ्तार किया गया है। आलोक की बहन को कोई बच्चा नहीं था। उसने गुरमीत और असमीत कौर से साढ़े पांच लाख रुपये में यह बच्चा खरीदा था। उन दोनों ने बच्चे को चोरी कराया था। उन दोनों का नंबर हैडी हंट नामक वेबसाइट पर है। जिन्हें बच्चे की आवश्यकता होती है, उन्हें कॉल करता है। यह गिरोह अब तक कितने बच्चे बेच चुके हैं इसका पता लगाया जा रहा है।