नई दिल्ली। सावन का महीना भगवान शिव का प्रिय महीना है, इस माह में भगवान शिव का पूजन- अर्चना करने से सभी मनोकानाएं पूरी होती हैं। इस साल सावन का पावन महीना 25 जुलाई से शुरू हो रहा है, जो कि 22 अगस्त तक रहेगा। इस महीने में शिवभक्त सोमवार व्रत, रूद्राभिषेक, कांवड़ यात्रा और मंत्र जाप से भगवान शिव को प्रसन्न करने का प्रयास करते हैं।
सावन का महीना भगवान शिव की भक्ति और उनकी कृपा पाने का सबसे उत्तम महीना है। ये पूरा माह विशेष रूप से भगवान शिव की पूजा को समर्पित हैं। सावन के महीने में शिव भक्त तरह-तरह से भोलोनाथ को रिझाने का प्रयास करते हैं और औढ़रदानी शिव से मन मांगी मुराद पाते हैं। भगवान शिव का प्रिय सावन का पहला सोमवार 26 जुलाई को पड़ रहा है। सावन का सोमवार भोलेनाथ की कृपा प्राप्त करने का सबसे उत्तम अवसर है। इस दिन शिव पूजन के विशेष योग निर्माण हो रहा है। आइये जानते हैं सावन के पहले सोमवार पर बन रहे विषेश योग के बारे में…
पंचांग के अनुसार सावन का पहला सोमवार 26 जुलाई को पड़ रहा है। इस साल सावन के महीने में चार सोमवार पड़ेगे। इस दिन भगवान शिव का व्रत रखने का और पूजन के विशेष संयोग का निर्माण हो रहा है। ज्योतिष गणना के अनुसार सावन के पहले सोमवार पर चंद्रमा और गुरू की युति से गजकेसरी योग बन रहा है। गजकेसरी योग ज्योतिष में बहुत शुभ और मंगलकारी माना जाता है। ये योग भगवान शिव का पूजन करने या कोई भी शुभ कार्य करने के लिए बहुत ही उत्तम है।
विशेष योग और शिव पूजन
भगवान शिव के मंत्र
सावन के महीने में विषेश रूप से सोमवार को भगवान शिव के इन मंत्रों से भोलेनाथ की आराधना करें आपकी सभी मनोकामनाएं पूरी होंगी…
शिव जी का मंत्र –
ऊँ नम: शिवाय।।
महामृत्युंजय मंत्र-
ऊँ हौं जूं स: ऊँ भुर्भव: स्व: ऊँ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्।
ऊर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय मामृतात् ऊँ भुव: भू: स्व: ऊँ स: जूं हौं ऊँ।।
- ॐ नमः शिवाय।
- नमो नीलकण्ठाय।
- ॐ पार्वतीपतये नमः।
- ॐ ह्रीं ह्रौं नमः शिवाय।
- ॐ नमो भगवते दक्षिणामूर्त्तये मह्यं मेधा प्रयच्छ स्वाहा।