गाजियाबाद। कोविड से बचाव की एक केंद्रीयकृत रणनीति बनाएं, अब वो समय नहीं है की राज्यों पर स्वतंत्र रूप से कोविड से बचाव का मामला छोड़ दिया जाए। पश्चिमी उत्तर प्रदेश संयुक्त उद्योग व्यापार मंडल के प्रदेश महामंत्री ने तिलकराज अरोड़ा व महानगर अध्यक्ष उदित मोहन गर्ग ने बयान जारी कर कहा है कि कोविड से बचाव के लिए सभी राज्यों ने अपने अपने तरीके से रणनीति बनाई है जो किसी भी राज्य में कारगर साबित नहीं हुई है बल्कि पूर्णत विफल रही है। इस बात से स्पष्ट है की विभिन्न तरीके के उपाय करने के बाद भी किसी भी राज्य में कोविड के मामलों में कोई कमी नहीं आई है बल्कि मामले तेज रफ़्तार से बढ़ रहे हैं। ऐसा इसलिए हो रहा है की किसी भी राज्य में समग्र रूप से नीति नहीं बनाई है और उनकी योजना में अनेक ऐसे छिद्र हैं जिनसे मामले बढ़ते ही जा रहे हैं। कोरोना से बचाव के सभी उपायों को प्रत्येक व्यक्ति निश्चित रूप से पालन करे, इसके लिए अन्य कदमों के अलावा एक कानून भी बनाया जा सकता है। आवश्यक वस्तुओं की सप्लाई को जारी रखने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। राज्यों में आपसी तालमेल की बेहद कमी है और विभिन्न कारणों से राज्य एक दूसरे पर निर्भर हैं, एक राज्य से दूसरे राज्य में लोगों का आवागमन बिना किसी चेकिंग के जारी है। एक शहर के ही विभिन्न क्षेत्रों में अलग-अलग स्थिति होने के कारण संक्रमण पर रोक लगना असम्भव है। कोविड के तेजी से फैलने के कारण अनेक राज्यों में अपर्याप्त मेडिकल सुविधाएं होने के कारण लोगों का इलाज सही तरह से हो नहीं पा रहा है, अनेक लोगों को अस्पतालों में बिस्तर नहीं मिल पा रहे हैं, कोरोना टेस्ट में विलम्ब हो रहा है, दवाइयों की किल्लत है तथा अन्य अनेक समस्याओं का सामना नागरिकों को करना पड़ रहा है। एक राज्य से दूसरे राज्य लोगों का आवागमन रूका नहीं है जिसके कारण संक्रमण बेहद तेजी से फैल रहा है। इस बार संक्रमण सामूहिक रूप से ज्यादा फैल रहा है जो एक बड़े खतरे की ओर संकेत कर रहा है। संक्रमण की इस प्रवृति को रोका जाना बहुत आवश्यक है, नहीं तो भय लगता है की कोरोना बेकाबू न हो जाए। ऐसा लगता है कि राज्यों ने कोई ठोस और तार्किक योजना बनाने के बजाये केवल दिखावे के लिए कदम उठाए गए हैं। इसमें कोई दो राय नहीं है कि सब कुछ राम भरोसे छोड़ दिया है। जिस तरह से पिछली बार प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में केंद्र एवं राज्यों ने मिलकर कोविड को हराया था, उसी तरह से इस बार भी योजना बनाकर कार्य करना है।