- गांव ठीक होंगे तभी शहर सुरक्षित रह सकेगा: इन्द्रजीत सिंह टीटू
गाजियाबाद। कोरोना संक्रमण के चलते आक्सीजन की किल्लत से जूझ रहे लोगों को बजरिया गुरुद्वारा कमेटी ने आक्सीजन लंगर शुरू किया था। आक्सीजन लंगर में बड़ी संख्या में लोगों ने लाभ उठाया और अब भी उठा रहे हैं। लेकिन पिछले कई दिनों से देखने में आ रहा है कि आक्सीजन लंगर में अब ग्रामीण मरीजों की संख्या बढ़ रही है जो चिंता का विषय है। शहरवासियों के लिए नगर निगम ने भी आक्सीजन की सुविधा प्रदान कर रखी है और सभी जोनल क्षेत्रों में जरूरतमंदों को आक्सीजन के सिलेंडर रिफिल कराकर दिए जा रहे हैं। लेकिन ग्रामीण स्तर पर अभी ऐसी कोई सुविधा नहीं दी जा रही है। रालोद के प्रवक्ता इन्द्रजीत सिंह एवं गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा के प्रधान इन्द्रजीत सिंह टीटू ने मुख्यमंत्री को इस बाबत मेल किया है। उन्होंने सीएम योगी को अवगत कराया है कि गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा के महामंत्री एसपी सिंह ओबराय की टीम द्वारा और वीर खालसा दल के अध्यक्ष कुलविंदर ओबराय की तरफ से रेलवे रोड बजरिया पर फ्री छोटा सिलेंडर भरके देने की सेवा देने का प्रयास किया जा रहा है। पिछले कई दिनों से एक मानवता की सेवा करने की सोच से उसमें निरंतर गांव के लोगों का बढ़ जाना अति गंभीर विषय है। पिछले कई दिनों से शहर गाजियाबाद के आसपास के मरीज परिवारों के लोगों का आना कम हो रहा है। गाजियाबाद के आसपास लगते हुए जितने भी गांव हैं उसमें से आने वाले परिवारों की संख्या बहुत अधिक बढ़ गई है। इस पर सरकार का ध्यान जाना अति जरूरी है, क्योंकि गांव का आदमी सीधा होता है और इतने साधन से संपन्न नहीं होता जितना शहर में रहने वाला व्यक्ति होता है।
गांवों में जो स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध होनी चाहिएं वह नहीं हैं। गांव के लोग आज भी देसी इलाज पर निर्भर हैं। किसी के पास पैसे नहीं हैं तो किसी के पास शहर में आने तक के साधन नहीं हैं। उन्होंने सीएम योगी से मांग की है कि गांवों में डॉक्टरों की टीम बढ़ाई जाए और दवाई व आक्सीजन की सुविधा प्रदान की जाए। सरकार अगर इस पर गंभीर नहीं होगी तो इसके आने वाले समय में बहुत गंभीर परिणाम आ सकते हैं। क्योंकि शहर के अंदर जितना भी दूध आता है, फल-सब्जी आती है सभी गांव से चलकर हमारे तक पहुंचती है। गांव का आदमी अगर बीमार हो जाएगा तो उनके द्वारा लाई गई चीजें जो बाजार में वितरित होंगी तो उससे भी कोरोना संक्रमण फैलने का अंदेशा बना रहेगा। इसलिए गांवों को ठीक करना बेहद जरूरी है।