गाजियाबाद/ हापुड़। बकरीद के त्योहार पर राजकीय अवकाश के चलते इस बार खुशहाल परिवार दिवस का आयोजन 22 जुलाई को होगा। इस संबंध में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की उत्तर प्रदेश की मिशन निदेशक अपर्णा उपाध्याय की ओर से सूबे के सभी मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश जारी कर दिए गए हैं। मुख्य चिकित्साधिकारी (सीएमओ) हापुड़ डा. रेखा शर्मा ने बताया कि इस संबंध में मिशन निदेशक की ओर से निर्देश प्राप्त हो गए हैं। ऊधर, परिवार नियोजन कार्यक्रम के नोडल अधिकारी एसीएमओ गाजियाबाद डा. विश्राम सिंह ने बताया समुदाय में परिवार नियोजन संबंधी जागरूकता व स्वीकार्यता बढ़ाने तथा परिवार नियोजन कार्यक्रम के व्यापक प्रचार प्रसार के लिए हर माह की 21 तारीख को खुशहाल परिवार दिवस का आयोजन किया जाता है, लेकिन इस बार 21 जुलाई को राजकीय अवकाश (बकरीद) होने के चलते यह आयोजन 22 जुलाई को होगा। परिवार नियोजन कार्यक्रम के नोडल अधिकारी एसीएमओ हापुड़ डा. प्रवीण शर्मा ने बताया 22 जुलाई को खुशहाल परिवार दिवस के आयोजन की तैयारियां की जा रही हैं। उन्होंने बताया जनपद के सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर विश्व जनसंख्या स्थिरता पखवाड़े (11 जुलाई से 24 जुलाई, 2021) के सेवा प्रदायी चरण का आयोजन सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर किया जा रहा है। उसी के साथ 22 जुलाई को सभी केंद्रों पर खुशहाल परिवार दिवस का भी आयोजन किया जाएगा। आशा कार्यकर्ता घर-घर जाकर लक्षित समूह की महिलाओं की काउंसलिंग कर रही हैं और 22 जुलाई को अधिक से अधिक संख्या में उन्हें लेकर नजदीकि स्वास्थ्य केंद्र पहुंचेंगी। खुशहाल परिवार दिवसह्व में शामिल होने के लिए तीन समूहों को प्रोत्साहित किया जाता है। पहले समूह में हाई रिस्क प्रेगनेंसी (एचआरपी) वाली महिलाएं होती हैं। इस समूह में ऐसी महिलाओं को शामिल किया जाता है जिनका प्रसव 1 जनवरी, 2020 के बाद हुआ है। बता दें कि मां और शिशु के बेहतर स्वास्थ्य के लिए दो बच्चों के बीच कम से कम तीन वर्ष का सुरक्षित अंतर जरूरी है। इसी तथ्य को ध्यान में रखते हुए दंपत्ति को परिवार नियोजन के अस्थाई साधनों के बारे में जानकारी दी जाती है और उनकी काउंसलिंग की जाती है। दूसरे लक्षित समूह में 1 जनवरी, 2020 के बाद विवाहित दंपत्ति और तीसरे समूह में ऐसे योग्य दंपत्ति को शामिल किया जाता है जिनके तीन या तीन से अधिक बच्चे हैं।