- ग्राम भोजपुर का किया निरीक्षण, सतर्कता बरतने के निर्देश
- निगरानी समिति के सदस्यों से की बात
गाजियाबाद। कोविड-19 की रोकथाम को लेकर जिले के नोडल अधिकारी सेंथिल पांडियन सी द्वारा प्रभारी जिलाधिकारी कृष्णा करुणेश, मुख्य विकास अधिकारी अस्मिता लाल, जिला विकास अधिकारी भालचंद्र त्रिपाठी एवं जिला पंचायत अधिकारी अनिल कुमार त्रिपाठी के साथ जनपद के विभिन्न ग्रामों में कोरोना संक्रमण की रोकथाम, उपचार, वैक्सीनेशन एवं निगरानी समितियों द्वारा ग्रामीण क्षेत्र में किए जा रहे कार्य तथा बनाए जा रहे अस्पतालों का निरीक्षण किया गया। विकासखंड रजापुर के ग्राम अटोर के निरीक्षण के दौरान ग्राम सचिव ने बताया की पिछले सप्ताह के 17 लक्षणयुक्त लोगों को निशुल्क मेडिसिन किट उपलब्ध कराई गई थी दो व्यक्ति लक्षणयुक्त मिले। उन्हें भी किट दी गई। यहां पर निगरानी समिति के सदस्यों से बात कर उनके द्वारा किए जा रहे कार्यों की समीक्षा की गई। जनता में घर-घर जाकर सर्वे कार्य किए जाने और लोगों में लक्षण होने पर उन्हें निशुल्क दवाई उपलब्ध कराए जाने के निर्देश दिए गए। तत्काल दवाई ग्रहण किए जाने की जरूरत को समझा गया, जांच कराने के साथ-साथ बिना जांच के परिणाम का इंतजार किए लक्षणों के आधार पर तत्काल सोशल डिस्टेंसिंग का उपयोग करते हुए दवा ग्रहण करें और यदि दवाई तत्काल उपलब्ध नहीं हो पाई है, तमाम स्थानों पर चस्पा किए गए पंफलेट में सलाह दी गई, दवाइयों को बिना विलंब किए प्राप्त कर उसके द्वारा सुझाए गए दवाइयों को संबंधित कर्मचारी से प्राप्त कर उपयोग करें, जिससे उनका बचाव हो सके। वहां पर निगरानी समितियों को कार्यवाही करते हुए लोगों के बचाव के लिए जागरूक करने के निर्देश दिए गए। विकास खंड भोजपुर के ग्राम भोजपुर का भी भ्रमण कर निगरानी समिति के सदस्यों से बात कर ग्रामीण क्षेत्र की जानकारी ली गई, उनके द्वारा कोविड टेस्टिंग और वैक्सिनेशन हेतु क्षेत्रीय लोगों को केंद्र की जानकारी किस प्रकार उपलब्ध कराई जा रही है। बताया गया कि पास में ही प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भोजपुर है जहाँ पर सभ सुविधा उपलब्ध है। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भोजपुर का निरीक्षण किया गया। जहां पर जांच की प्रक्रिया और उसके द्वारा कार्य किये गए प्राथमिक स्वास्थ्य कार्यक्रम की समीक्षा की गई। प्रभारी चिकित्सा अधिकारी द्वारा बताया गया कि सुबह लम्बी लाइन लग जाती है, जो दोपहर तक वैक्सीन लग जाने पर समाप्त हो जाती है। इसके बाद जो पात्र व्यक्ति आते रहते हैं उनका टीकाकरण होता रहता है। नोडल अधिकारी ने मोदीनगर में बनाए गए कोवीड हॉस्पिटल का निरीक्षण किया। यहां पर 24 घंटे आॅक्सीजन की सुविधा के साथ कोविड हॉस्पिटल प्रारंभ कराया गया है। अस्पताल में डॉक्टर, नर्स उपलब्ध हंै। निरीक्षण के समय अस्पताल में कोई मरीज भर्ती नहीं था बताया गया कि जैसे ही कोई सूचना प्राप्त होगी, तत्काल मरीज को भर्ती कर इलाज प्रारंभ किया जाएगा।