- कोरोना की तीसरी लहर को लेकर व्यवस्थाएं दुरुस्त करने के निर्देश
- सभी मेडिकल कॉलेजों में पीआईसीयू बेड तैयार करने के निर्देश
गाजियाबाद। जनपद में कोरोना के संक्रमण को रोकने एवं संक्रमित व्यक्तियों को कोविड-19 प्रोटोकॉल के अनुरूप इलाज संभव कराने के उद्देश्य से जनपद के प्रभारी मंत्री एवं उत्तर प्रदेश सरकार के वित्त संसदीय कार्य एवं चिकित्सा विभाग मंत्री सुरेश कुमार खन्ना के द्वारा मंगलवार को कलेक्ट्रेट के महात्मा गांधी सभागार में कोरोना कंट्रोल को लेकर अधिकारियों के साथ गहन स्तर पर समीक्षा की गई। उन्होंने कहा कि जनपद में कोरोना के संक्रमण को रोकने एवं संक्रमित व्यक्तियों का तत्काल इलाज संभव कराने में विगत एक वर्ष से जनपद के अधिकारियों के द्वारा जो अविरल संयुक्त प्रयास किए गए हैं वास्तव में वह सराहनीय है। उन्होंने कहा कि आगे भी प्रशासन पुलिस स्वास्थ्य एवं अन्य विभागीय अधिकारियों के द्वारा कोरोना को लेकर इसी प्रकार गहन प्रयास करते हुए कोरोना संक्रमित व्यक्तियों को इलाज संभव कराने की संयुक्त कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी। उन्होंने कहा कि अप्रैल माह से 97 प्रतिशत कोरोना के केस घटे हैं इसका अर्थ यह नहीं है की सावधानी न बरती जाए। उन्होंने कहा कि कोरोना को लेकर आगे भी कोविड-19 प्रोटोकॉल का अनुपालन शत प्रतिशत रुप से जनपद में सुनिश्चित कराया जाए ताकि नागरिकों को कोरोना संक्रमण से सुरक्षित बनाया जा सके। उन्होंने यह भी कहा कि कोरोना को लेकर तीसरी लहर की आशंका व्यक्त की जा रही है। इसके लिए सभी अधिकारी अभी से तैयारी सुनिश्चित करते हुए आगामी 20 जून तक कोविड-19 प्रोटोकॉल के अनुरूप सभी प्रकार की तैयारियां करना सुनिश्चित करेंगे। मंत्री ने कहा कि 20 जून तक सभी मेडिकल कॉलेज में पीआईसीयू के 100 बेड की तैयारी सुनिश्चित की जाएगी। उन्होंने कोरोना संक्रमण एवं संक्रमित व्यक्तियों के इलाज को तत्काल उपलब्ध कराने के उद्देश्य से इंटीग्रेटेड कोविड कंट्रोल रूम को भी निरंतर स्तर पर पूर्ण क्षमता के साथ संचालित करने के निर्देश दिए ताकि जनपद में सभी संक्रमित व्यक्तियों को चिन्हित करते हुए सरकार की मंशा के अनुरूप सभी को इलाज संभव कराया जा सके। ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना के संक्रमण को रोकने के उद्देश्य से जो शिविर आयोजित किए जा रहे हैं उन्हें आगे भी जारी रखते हुए शत प्रतिशत ग्रामों में लक्षण युक्त नागरिकों का एंटीजन टेस्ट सुनिश्चित कराया जाए वहीं दूसरी ओर संक्रमित मिलने पर मेडिसिन किट संबंधित नागरिकों को तत्काल उपलब्ध कराने की कार्यवाही भी सुनिश्चित की जाए। बैठक में कोरोना की लहर के दौरान प्राइवेट अस्पतालों में इलाज को लेकर अधिक धनराशि वसूल करने के संबंध में जनप्रतिनिधियों के द्वारा इस बिंदु को उठाया गया जिसमें उन्होंने जिलाधिकारी को तत्काल प्रभाव से जांच करने के लिए अधिकृत किया। सुरेश खन्ना ने सभी जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों का आह्वान करते हुए कहा कि कोरोना के संक्रमण को रोकने एवं अन्य बीमारियों की रोकथाम में स्वच्छता का महत्वपूर्ण योगदान है। अत: सभी जनप्रतिनिधि तथा अधिकारियों के द्वारा बड़े स्तर पर जनपद में स्वच्छता को लेकर विशेष अभियान संचालित किया जाए ताकि जनपद में विभिन्न प्रकार की बीमारियों को रोकने में सफलता प्राप्त हो सके। बैठक में कोविड-19 महामारी को लेकर जनपद में किए जा रहे लगातार विशेष प्रयासों के संबंध में जिला अधिकारी अजय शंकर पांडेय के द्वारा मंत्री को जानकारी देते हुए अवगत कराया कि वर्तमान में कोरोना को लेकर अस्पतालों में 785 आईसीयू बेड एवं 229 वेंटिलेटर की व्यवस्था सुनिश्चित है। जनपद में आॅक्सीजन की कोई कमी नहीं है। कोरोना के संक्रमण को रोकने एवं संक्रमित व्यक्तियों को मेडिसिन किट उपलब्ध कराने के उद्देश्य से 447 निगरानी समिति सक्रियता के साथ कार्यवाही सुनिश्चित कर रही हैं। उन्होंने बताया कि 135 आरआरटी टीम के द्वारा कोरोना को लेकर निरंतर स्तर पर कार्यवाही सुनिश्चित की जा रही है।
कोविड मरीजों के इलाज को लेकर किया रियलिटी चेक
प्रभारी मंत्री ने संयुक्त चिकित्सालय संजयनगर में पहुंचकर कोरोना के संक्रमित मरीजों को मिल रहे इलाज के संबंध में रियलिटी चेक किया जिसमें स्वास्थ्य विभाग के द्वारा दिए जा रहे इलाज की तीनों मरीजों के द्वारा प्रशंसा की गई। मंत्री ने यहां पर कोरोना संक्रमित आईसीयू में भर्ती मरीज चेतन प्रकाश, राजेंद्र सिंह तथा महेंद्री से फोन पर बात की और उनसे हालचाल जाना सभी मरीजों के द्वारा मंत्री को अवगत कराया गया कि उनको वहां पर सही प्रकार से इलाज मिल रहा है और डॉक्टर भी दिन में सुबह, दोपहर व शाम इसके अलावा भी निरंतर स्तर पर जांच करते रहते हैं। संयुक्त चिकित्सालय का निरीक्षण करने के उपरांत मंत्री ने वसुंधरा में पहुंचकर कैलाश मानसरोवर में संचालित हो रहे वैक्सीनेशन सेंटर का भी स्थलीय निरीक्षण किया।
कोरोना कर्फ्यू का उल्लंघन करने पर 3399 के खिलाफ हुई कार्रवाई
जिलाधिकारी ने बताया कि जनपद में कोरोना कर्फ्यू को सरकार की मंशा के अनुरूप लागू कराने के उद्देश्य से धारा 188 के तहत 3399 व्यक्तियों के विरुद्ध कार्यवाही सुनिश्चित की गई है। एक लाख 20 हजार 42 लोगों के मास्क न लगाने को लेकर चालान किए गए हैं। सोशल डिस्टेंसिंग को लेकर 8448 व्यक्तियों के विरुद्ध कार्यवाही सुनिश्चित की गई है। वहीं दूसरी ओर कोविड-19 प्रोटोकॉल का अनुपालन सुनिश्चित न करने पर 418 संस्थानों के विरुद्ध भी जिला प्रशासन द्वारा कार्रवाई की गई है। जिलाधिकारी ने बताया कि कोरोना टेस्टिंग के लिए शहरी क्षेत्रों में 12 एवं ग्रामीण क्षेत्रों में 20 केंद्रों पर कोरोना टेस्टिंग सुनिश्चित कराई जा रही है। इसके अतिरिक्त ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना संक्रमित नागरिकों को चिन्हित करने के उद्देश्य से शिविर भी आयोजित किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि विगत वर्ष की भांति इस वर्ष गेहूं खरीद को लेकर जनपद में सराहनीय कार्य संपन्न हुआ है और विगत वर्ष से वर्तमान तक 4 गुना गेहूं खरीद सुनिश्चित की गई है। जिलाधिकारी ने मंत्री जी को जानकारी देते हुए बताया कि इस वर्ष वर्तमान तक जनपद में 3186 किसानों से 11 हजार 5 मेट्रिक टन गेहूं की खरीद सुनिश्चित की गई है जिसके सापेक्ष 2978 किसानों को 1961.85 लाख रुपए का भुगतान सुनिश्चित किया गया है। बैठक में स्वास्थ्य राज्यमंत्री अतुल गर्ग, सांसद अनिल अग्रवाल, मेयर आशा शर्मा, विधायक सुनील शर्मा के अलावा जीडीए उपाध्यक्ष कृष्णा करुणेश, नगर आयुक्त महेंद्र सिंह तंवर आदि मौजूद रहे।