नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आज ऑक्सीजन की कमी से हुई मौतों को लेकर केंद्र की मोदी सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा है- सब याद रखा जाएगा। मालूम हो कि केंद्र सरकार ने हाल ही में संसद को बताया था कि कोरोना की दूसरी लहर में कहीं भी ऑक्सीजन की कमी से मौत नहीं हुई है।
केंद्र द्वारा ‘मौतें ऑक्सीजन की कमी से नहीं हुई’ के बायन को लेकर राहुल गांधी ने ‘ऑक्सीजन की कमी’ के बारे में ट्विटर पर एक वीडियो शेयर करते हुए लिखा है, सब याद रखा जाएगा। उन्होंने ट्वीट में हैशटैग #OxygenShortage भी लिखा। वीडियो में ऑक्सीजन की कमी से दिल्ली के लोगों की मौत की खबर फ्लैश होती है और ऑक्सीजन की कमी से तड़प रहे मरिजों की तस्वीरें दिख रही हैं। ऑक्सीजन सिलेंडरों को भरने के लिए लंबी कतार में खड़े लोगों की तस्वीरें और गोवा के एक अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी के कारण 75 लोगों की मौत हो दिखाया गया है।
जानकारी हो कि दिल्ली के निजी अस्पतालों ने ऑक्सीजन की कमी को लेकर उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया था। कई राज्यों के अस्पतालों ने ऑक्सीजन की कमी की सूचना दी थी। कोरोना मामले अप्रैल से जून तक खतरनाक रूप से बढ़े थे। मई में कोरोना के लगभग 4 लाख से अधिक मामलों और 4,000 मौतों हुई थी। राज्य के कई अस्पतालों ने कहा था कि ऑक्सीजन की कमी के कारण कई मरीजों की मौत हुई है। केंद्र की मोदी सरकार कोरोना महामारी के दौरान लोगों को बचाने में विफल साबित हुई है।
मालूम हो कि कोरोना की दूसरी लहर में बड़ा मुद्दा बनी आक्सीजन फिर से राजनीति का केंद्र बन गई है। विपक्षी दलों की ओर से केंद्र के उस जवाब को मुद्दा बनाया जा रहा है जिसमें उसने कहा है कि किसी भी राज्य ने आक्सीजन की कमी से मौत होने की सूचना नहीं दी है। जवाब में भाजपा ने भी राज्य सरकारों के रिकार्ड और हाई कोर्ट में उनके बयानों को तथ्य के रूप में रखकर लड़ाई को तीखा बना दिया है।
भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि दिल्ली और महाराष्ट्र की सरकारों ने संबंधित हाई कोर्टो में दिए हलफनामे में कहा है कि आक्सीजन की कमी के कारण एक भी मौत नहीं हुई। भाजपा उपाध्यक्ष और छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने राहुल गांधी को कठघरे में खड़ा करते हुए कहा कि वह अपने मुख्यमंत्री से क्यों नहीं पूछते कि वहां कितनी मौतें आक्सीजन की कमी से हुईं।