अलीगढ़। दुनिया में विख्यात एवं देश के प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थान एएमयू में कोरोना संक्रमण से एक के बाद एक हो रही शिक्षकों की मौत को लेकर प्रदेश की योगी सरकार अब गंभीर हुई है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को एएमयू का दौरा किया। उन्होंने एएमयू में कोरोना से जंग लड़ने के लिए युद्ध स्तर पर काम करने का आश्वासन भी दिया। हालांकि केन्द्र व प्रदेश सरकार कुलपति को कह चुकी हैं कि हर तरह से सहयोग दिया जाएगा। कोरोना की दूसरी लहर एएमयू के लिए घातक साबित हुई है। यूनिवर्सिटी के 19 शिक्षकों ने जान गंवाई है। देश-दुनिया में विख्यात एएमयू में इतनी संख्या में शिक्षकों की मौत ने केंद्र व राजय सरकार को चिंता में डाल दिया है। कुलपति प्रो. तारिक मंसूर ने भी कैंपस के आसपास नए वायरस के पनपने की आशंक जताते हुए कोविड के सैंपल जांच को भेजे हैं। कुलपति से बातचीत में मुख्यमंत्री ने शिक्षकों के निधन पर दुख जताया था। एएमयू में उनके दौरे को इसी से जोड़कर माना जा रहा है।
जेएन मेडिकल कालेज में किसी भी आपात स्थिति से निपटने की व्यवस्था नहीं है। इसके लिए डिजास्टर वार्ड होना जरूरी है। जिसमें 150-200 बैड की व्यवस्था होती है। भूंकप, बड़ा हादसा या किसी महामारी में इसी वार्ड का इस्तेमाल किया जा सकता है। इसके अलावा जेएन मेडिकल कालेज में आक्सीजन गैस का संकट है। यहां हर रोज 100 से अधिक बडे़ आक्सीजन सिलेंडर की जरूरत होती है, जो नहीं मिले रहे। यूनिवर्सिटी में सीएम योगी करीब डेढ़ घंटे तक रहे। नरायण दत्त तिवारी के बाद सीएम योगी दूसरे सीएम हैं जो एएमयू आए हैं। अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) में हुई बैठक के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वैक्सीनेशन पर जोर दिया। कहा, वैक्सीन कोरोना से बचाव का सुरक्षा चक्र है। सभी को वैक्सीनेशन में भागीदार बनना है। डीएम व एएमयू प्रशासन इस बिंदु पर भी काम करें कि कितने टेस्ट कराए गए, कितने पाजिटिव केस निकले, उनके बेहतर इलाज पर काम होना चाहिए। वैक्सीनेशन के साथ संक्रमण को रोकना भी प्राथमिकता है, इसके लिए वैक्सीनेशन सेंटर बढ़ाए जा सकते हैं।