गाजियाबाद। जापान की प्रतिष्ठित संस्था हिन्दी कल्चरल सेंटर टोक्यो द्वारा वर्ष 2023 के लिये गाजियाबाद से हिन्दी साहित्य के वरिष्ठ साहित्यकार वर्ल्ड रिकॉर्ड होल्डर डॉ. राजीव पाण्डेय को हिन्दी भूषण सम्मान से अलंकृत किया गया। जापान हिन्दी कल्चरल सेंटर द्वारा ‘हिन्दी की गूँज’ मासिक पत्रिका भी प्रकाशित होती है। इस वर्ष हिंदी के लिये सराहनीय कार्य करने वाले पूरे विश्व से पंद्रह रचनाकारों के पूर्ण विवरण सहित उनकी चयनित रचनाओं को ‘गूँज रही हिन्दी’ में स्थान दिया गया । जापान हिन्दी कल्चरल सेंटर टोक्यो की निदेशक डॉ रमा शर्मा जिनके प्रधान सम्पादन में पत्रिका एवं इस ग्रन्थ का प्रकाशन हुआ है। भारत की तरफ से हास्य व्यंग्य के सशक्त हस्ताक्षर विनोद पाण्डेय ने इस ग्रन्थ में सम्पादन की भूमिका का निर्वहन किया है। गत दिवस 9 जुलाई को श्री जी फाउंडेशन द्वारा राकेश मार्ग गाजियाबाद में आयोजित पुस्तक विमोचन सम्मान समारोह एवं काव्य सन्ध्या में इस अंतरराष्ट्रीय सम्मान से डॉ. राजीव पाण्डेय को सम्मानित किया गया । इस अवसर पर अमेरिका से मुख्य अतिथि के रूप में मनीष श्रीवास्तव उपस्थित थे। अशोक श्रीवास्तव, विनोद पाण्डेय, अंतरराष्ट्रीय शायर राज कौशिक, कार्यक्रम अध्यक्ष महेश सक्सेना, डॉ. जयप्रकाश मिश्र ,अमित शर्मा, कुलदीप बरतरिया, मोहन द्विवेदी ,चंद्रभानु मिश्र,संजीव श्रीवास्तव आदि उपस्थित थे। डॉ. राजीव पाण्डेय का हिन्दी साहित्य में उल्लेखनीय योगदान के लिये चयन किया गया है। डॉ. पाण्डेय के उपन्यास ‘आखिरी मुस्कान’, ‘बाँहो में आकाश’, कहानी सँग्रह ‘मन की परतें’ हाइकु संग्रह ‘मन की पाँखें’ काफी चर्चित रहे हैं। इनके सम्पादन में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ‘भारत के भारत रत्न’ पर किये गए कार्य को गोल्डन बुक आॅफ रिकॉर्ड में दर्ज किया गया है, ‘भारत के अशोक चक्र विजेता’ कार्य को इंडिया बुक आॅफ रिकॉर्ड में दर्ज किया गया है साथ ही ‘भारत के इक्कीस परमवीर’ जैसे अंतरराष्ट्रीय ग्रन्थ का उड़िया में अनुवाद भी हो चुका है।
डॉ. राजीव पाण्डेय अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कार्य करने वाली साहित्य की संस्था अंतरराष्ट्रीय शब्द सृजन के संस्थापक भी हैं। आपको राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लगभग 100 सम्मान प्राप्त हो चुके हैं। हिन्दी साहित्य एवं हाइकु के विश्व कोश में भी आपको स्थान मिल चुका है।