स्टॉकहोम। कोरोना के डेल्टा वैरिएंट ने लोगों की चिंता और बढ़ा दी है जानकारी के अनुसार कोरोना वायरस का सबसे संक्रामक वैरिएंट डेल्टाको लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने काफी चिंताजनक बात कही है। संगठन के अनुसार अगर स्थिति ऐसी ही रही तो ये सबसे ज्यादा असर डालने वाला वैरिएंट बन सकता है। संगठन द्वारा 22 जून को कोरोना महामारी को लेकर जारी साप्ताहिक अपडेट में कहा गया है कि विश्व स्तर पर अल्फा वैरिएंट को 170 देशों, बीटा 119 देशों में, गामा 71 देशों में और 85 देशों में डेल्टा की सूचना दी गई है। संगठन के अपडेट के अनुसार डेल्टा वैरिएंट अब विश्व स्तर पर 85 देशों में रिपोर्ट किया जा चुका है।
अल्फा, बीटा, गामा और डेल्टा वैरिएंट सभी डब्ल्यूएचओ क्षेत्रों में पाए गए हैं। डेल्टा वैरिएंट अल्फा की तुलना में काफी अधिक संक्रामक है, और यदि मौजूदा हालात बने रहे तो यह सबसे ज्यादा असर डालने वाला वैरिएंट बन सकता है।
मालूम हो कि कोरोना वायरस का डेल्टा वैरिएंट दुनिया के लिए अब बड़ी मुसीबत बनता जा रहा है। डेल्टा वैरिएंट को अभी दुनिया का सबसे खतरनाक वैरिएंट बताया जा रहा है। इसको लेकर यूरोप से एक बड़ी खबर सामने आई है। कोविड-19 का डेल्टा वैरिएंट अगस्त तक पूरे यूरोप में फैल जाएगा और यहां इसके हावी होने की संभावना जताई गई है।
यह भी चेतावनी दी कि कोरोना से संबंधित सुरक्षा उपायों जैसे कि शारीरिक दूरी, हाथ और सांस से जुड़ी स्वच्छता, फेस मास्क के उपयोग में ढील दी जाती है तो नए मामलों, अस्पताल में भर्ती होने और मौतों की दैनिक संख्या साल 2020 के अंत से भी ज्य़ादा बढ़ सकती है। ईसीडीसी ने कहा कि कोविड-19 टीकाकरण अभियान में तेजी लाई जानी चाहिए और दूसरी डोज भी जल्द से जल्द दी जानी चाहिए।