- कार्यक्रम की स्वीकार्यता बढाने को सीएमओ ने स्थानीय स्तर पर लिया निर्णय
- सभी चिकित्सा इकाईयों पर दी जाएगी परिवार नियोजन कार्यक्रम की जानकारी
गाजियाबाद। शासन के निर्देश पर 11 दिसंबर तक चला पुरुष नसबंदी (एनएसवी) पखवाड़ा मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डा. भवतोष शंखधर ने स्थानीय स्तर पर एक सप्ताह और बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। सीएमओ ने बताया- पुरुष नसबंदी पखवाड़ा पहले शासन स्तर एक सप्ताह बढ़ाकर 11 दिसंबर तक कर दिया था। अब इसे स्थानीय स्तर पर एक सप्ताह और बढ़ा दिया गया है।
सीएमओ ने कहा कि इस पखवाड़ा का आयोजन परिवार नियोजन कार्यक्रम में पुरुषों की भागीदारी बढ़ाने के लिए किया जा रहा है। पुरुषों को नसबंदी के बारे में जागरूक करते हुए यह बताने के निर्देश दिए गए हैं कि नसबंदी कराने से किसी तरह की कोई परेशानी नहीं होती। पखवाड़ा के दौरान महिला नसबंदी और परिवार नियोजन के अस्थाई साधनों के बारे में भी जानकारी दी जा रही है। दो बच्चों के बीच सुरक्षित अंतर रखना मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य के लिए बहुत जरूरी है।
जिला महिला चिकित्सालय की मुख्य चिकित्सा अधीक्षक और महिला रोग विशेषज्ञ डा. संगीता गोयल का कहना है कि किसी महिला को दुबारा मां बनने के लिए कम से कम तीन साल का समय चाहिए होता है। इस अंतराल में ?मां अपने पहले शिशु की भी अच्छी तरह देखभाल कर पाती है और महिला का शरीर भी दुबारा मां बनने के लिए तैयार हो जाता है। तीन साल से पहले दूसरा बच्चा होने की स्थिति में मां और शिशु के स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव पड़ता है।